चीन के बाद मिडिल ईस्ट बना कोरोना वायरस का नया घर !

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चीन के वुहान के बाद अब ईरान (Iran) कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया केंद्र बन रहा है. चीन के बाद कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा मौतें यहीं हुई हैं। यहां संक्रमित लोगों में से कुल 25.53 फीसदी लोग मारे जा चुके हैं. इसलिए अब पूरे मिडिल-ईस्ट से इस वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है।

ईरान में इसलिए खतरा बनता दिखा रहा है क्योंकि सिर्फ जनवरी महीने में ही करीब 30 हजार लोग ईरान से अफगानिस्तान लौटे हैं। इनमें से 70 फीसदी तो ईरान के क्वोम शहर से होकर निकले हैं जहां कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव है। अब दुनिया को ईरान के जरिए एक बार फिर कोरोना वायरस के फैलने का खतरा तेजी से बढ़ता दिख रहा है।

ईरान की कमजोर सरकार और लचर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते इस देश में कोरोना वायरस के फैलने और उससे लोगों के मरने की संख्या बढ़ सकती है। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के निदेशक पीटर पायट ने कहा है कि चीन के बाद ईरान दुनिया का दूसरा लॉन्च पैड बनने के कगार पर है। इस लॉन्च पैड से कोरोनावायरस दोबारा फैल सकता है। इसे पूरी दुनिया को मिलकर रोकना होगा।

कोरोना वायरस के चलते इराक ने शनिवार को ही ईरान के साथ अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं। अब मिडिल-ईस्ट के बाकी देशों पर भी दबाव बन रहा है कि वो ईरान के साथ अपनी सीमाएं सील कर दें। किसी को भी आने-जाने की अनुमति न दें। ईरान के संसदीय स्वास्थ्य मामलों की कमेटी के प्रमुख कुतुबाह अल जबूरी ने कहा कि कोरोनावायरस हमारे यहां प्लेग की तरह फैल रहा है। हमें जमीन, पानी और हवा तीनों पर प्रतिबंध लगाना होगा। यह तब तक करना होगा जबतक बीमारी पर नियंत्रण नहीं कर लेते।

ईरान ने क्वोम के प्रशासन को कहा है कि वो धार्मिक यात्रा को सीमित करें। फातिमा मसुमेह की दरगाह पर लोगों का जाना कम करें। साथ ही शहर के अन्य धार्मिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही सीमित की जाए। आपको बता दें, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 80,128 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 77,658 लोग सिर्फ चीन में हैं। दुनिया में बीमार हुए लोगों में से 2700 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल मारे गए लोगों में से 2663 सिर्फ चीन के हैं।