दुनियाभर में कोरोनावायरस का प्रकोप फैल रहा है। यूरोप और अमेरिका कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं। महामारी से मुकाबले के लिए कई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत की करीब चार करोड़ आबादी को घरों में ही रहने के लिए कह दिया गया है।
कोरोना के मरीजों की संख्या में भारी इजाफे के बाद न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लासिओ ने सेना तैनात करने की मांग की है। चीन के बाद वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा त्रस्त इटली ने विदेशी क्रूज के लिए अपने पोर्ट बंद कर दिए हैं। लॉकडाउन की अविध भी अगले माह तक बढ़ा दी गई है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इटली में चीन से भी ज्यादा मौत हो चुकी हैं। जबकि पूरी दुनिया में मरने वालों का आंकड़ा दस हजार के पार पहुंच गया है।
कैलिफोर्निया को गुरुवार शाम से लॉकडाउन कर दिया गया। न्यूयॉर्क के मेयर ब्लासिओ ने कहा कि पूरा शहर महामारी से जूझ रहा है। संकट का सामना करने के लिए सेना को तैनात किया जाना चाहिए। अकेले न्यूयॉर्क में ही 3,615 मामले सामने आ चुके हैं। पड़ोसी देश मेक्सिको से अमेरिका में आवाजाही पर भी अंकुश लगा दी गई है।
इसके अलावा विदेश दौरे पर गए अमेरिकियों को चेतावनी दी गई है कि अगर वे तत्काल नहीं लौटे तो अनिश्चितकाल के लिए बाहर ही रह जाएंगे। इधर यूरोपीय देश फ्रांस में भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की तैयारी चल रही है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भी कह चुके हैं कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। अर्जेटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नाडिज ने भी 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन का एलान किया है।
ब्राजील के रियो डी जेनेरियो राज्य के सभी प्रसिद्ध समुद्र तटों के साथ ही रेस्तरां और बार भी 15 दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।