यूरोपीय संघ के नेताओं ने वर्चुअल फंडरेजिंग कॉन्फ्रेंस कर कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए 7.5 अरब यूरो जुटाने का लक्ष्य तय किया है।
इस राशि को किसी भी संभावित वैक्सीन को सभी लोगों को उपलब्ध कराने के लिए खर्च किया जाएगा।
यूरोपीय नेताओं ने कोरोना वायरस की वैक्सीन और इलाज के लिए एक ऑनलाइन फंडरेजिंग कैंपेन शुरू किया है। एक ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस से शुरू किए गए इस अभियान में 7.5 अरब यूरो (8.2 अरब डॉलर) जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस अभियान की शुरुआत यूरोपीय आयोग ने 1 अरब यूरो देने की घोषणा के साथ की। इसके बाद जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने 52.5 करोड़ यूरो, फ्रेंच राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने 50 करोड़ यूरो और इटली के प्रधानमंत्री जुजेप कोंटे ने 14 करोड़ यूरो अपने-अपने देशों की तरफ से देने की घोषणा की।
यूरोपीय देशों के अलावा कई अन्य देशों ने भी कोरोना वैक्सीन फंड के लिए मदद देने की घोषणा की है। कनाडा ने 85 करोड़ डॉलर, सऊदी अरब ने 50 करोड़ डॉलर, ब्रिटेन ने 48.2 करोड़ डॉलर, इस्राएल ने 1.6 करोड़ डॉलर और दक्षिण अप्रीका ने 13 लाख डॉलर देने की घोषणा की हैै।
आज की डोनर कॉन्फ्रेंस को वैश्विक अभियान की शुरुआत माना जा रहा है, जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेश नई के अंत में ऐसे ही एक सम्मेलन की घोषणा करेंगेे।
उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष के लिए इतिहास के सबसे व्यापक पब्लिक हेल्थ प्रयासों की जरूरत होगीी।
इस सम्मेलन का एक प्रमुख लक्ष्य कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष के प्रयासों में टीका बनाने की प्रतिस्पर्धा करने के बदले विभिन्न देशों को एक साथ लाना है।
वेलकम ट्रस्ट फाउंडेशन के डाइरेक्टर जेरेमी फरार ने सम्मेलन से पहले कहा कि सिर्फ उन्हें इलाज उपलब्ध कराना जो उसका खर्च उठा सकें, यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए, महामारी को समाप्त करने के लिए काम नहीं करेगाा।
फ्रांस के राष्ट्रपति माक्रों ने कहा है कि कोविड-19 की चुनौती के सामने सब अपने लिए की स्थिति बड़ी भूल होगी।
इस कार्यक्रम की पहल यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला फॉन डेय लाएन ने कोरोना के विरुद्ध मिलजुल कर लड़ाई करने के उद्देश्य से की।
इस डोनर कॉन्फ्रेंस की पहल का लक्ष्य ये है कि दुनिया के प्रमुख दानदाता और दूसरे देशों की सरकारें आगे आकर सबों के लिए वैक्सीन और इलाज उपलब्ध करवाने के संसाधन जुटा सकें।
उनका इरादा दुनियाभर में सस्ती कीमतों पर इलाज उपलब्ध करना भी हैै। उर्सुला फॉन डेय लाएन ने कहा कि यूरोपीय देशों का ये सामूहिक प्रयास इस संकट के समय हमारी मानवता को दिखाने वाला है।
इस इवेंट से पहले अखबारों में एक पत्र प्रकाशित किया गया जिसपर जर्मन चांसलर, इटली के प्रधानमंत्री और फ्रांस के राष्ट्रपति ने हस्ताक्षर किए थे।
इस पत्र में लिखा गया, हम विश्व स्वास्थ्य संगठन का समर्थन करते हैं और हम बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन और वेलकम ट्रस्ट जैसे संस्थानों के साथ जुड़ने के लिए उत्साहित हैै।
साभार- डी डब्ल्यू हिन्दी