कोरोना वायरस- मदद को सामने आए आनंद महिंद्रा, किया बड़ा ऐलान !

   

दुनियाभर में कई बड़े-बड़े उद्योगपति कोरोनावयरस से उपजे संकट से निपटने के लिए मदद उपलब्ध करा रहे हैं. हालांकि सोशल मीडिया पर भारतीय उद्योगपतियों की ऐसा न करने को लेकर आलोचना भी की जा रही है. इसी बीच भारत के जाने माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने मदद की पेशकश की है.

आनंद महिंद्रा ने अपनी मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं में वेंटिलेटर बनाए जाने का प्रस्ताव रखा है. साथ ही सरकार और सेना को भी मदद की पेशकश की है. आनंद महिंद्रा ने कहा है कि वह अपनी 100 प्रतिशत सैलरी भी मदद के लिए देंगे और आगे इस मदद को और भी बढ़ सकते हैं.

वेंटिलेटर्स की पड़ सकती है कमी

उन्होंने ट्वीट्स की सीरीज में कहा, ‘महामारी के जानकारों से मिली कई रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बात की ज्यादा संभावनाएं दिख रही हैं कि भारत पहले ही ट्रांसमिशन की तीसरी स्टेज में पहुंच चुका है. माना जा रहा है कि लाखों लोग इससे संक्रमित हो सकते हैं और ऐसे में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भारी दबाव पड़ेगा.’

उन्होंने आगे कहा कि अगले कुछ हफ्तों में लॉकडाउन किए जाने से संक्रमण को काफी हद तक रोका जा सकेगा, जिससे मेडिकल केयर पर पड़ने वाले दबाव में कमी हो सकती है. हालांकि, हमें फिर भी ज्यादा से ज्यादा अस्थायी अस्पतालों की जरूरत है और हमारे पास वेंटिलेटर की भी कमी है.

हम मदद के लिए तैयार हैं

महिंद्रा ने कहा कि इस अभूतपूर्व खतरे से निपटने में मदद करने के लिए हम महिंद्रा ग्रुप में तुरंत काम शुरू करेंगे, ताकि हमारी मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं वेंटिलेटर बना सकें. हम इस दौरान अपने रिसॉर्ट्स को अस्थायी केयर फैसिलिटी के रूप में पेश करने के लिए तैयार हैं.

उनका कहना है कि हमारी प्रोजेक्ट टीम अस्थायी केयर फैसिलिटी के निर्माण में सरकार और सेना की सहायता के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि महिंद्रा फाउंडेशन हमारी वैल्यू चेन (छोटे व्यवसायों और स्वरोजगार) पर पड़ी मार से निपटने में सहायता के लिए एक कोष बनाएगा.

उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने कहा, “हम सहयोगियों को फंड में स्वेच्छा से योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. मैं इसमें अपने वेतन का 100 प्रतिशत योगदान दूंगा और अगले कुछ महीनों में इसे और बढ़ा दूंगा. मैं अपने सभी अलग-अलग व्यवसायों से आग्रह करता हूं कि वे उन लोगों के लिए भी अलग योगदान दें, जिनको इस स्थिति में सबसे गहरी मार लगी है.”