देशव्यापी लॉकडाउन के चलते आजीविका पर विराम लग जाने के बाद दूरदारज के क्षेत्रों में स्थित अपने घर लौटने की उम्मीद में हजारों प्रवासी मजदूरों की भीड़ कोरोना वायरस के खतरे की परवाह न करते हुए शनिवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा पर उमड़ पड़ी।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट इन पर छपी खबर के अनुसार, महिलाओं, बच्चों सहित ये लोग यहां आनंद विहार बस अड्डे पर बसों में सवार होने के लिए लंबी लाइनों में लगे थे। उनके सिर पर सामान लदा था। कुछ ने मास्क लगा रखा था तो कुछ ने नहीं।
इससे पहले आज दिन में उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की कि देशव्यापी बंद की घोषणा के चलते सीमावर्ती जिलों में फंसे प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए उसने एक हजार बसों की व्यवस्था की है।
दिल्ली सरकार ने भी घोषणा की कि उसने सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने गृह राज्य पैदल जाने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए 100 बसों का प्रबंध किया है। हालांकि पुलिस ने लोगों को तीन लाइनों में खड़ा कर रखा था, लेकिन ये सर्पाकार कतारें खत्म होती नहीं दिख रही थीं।
Delhi: Migrant workers in very large numbers at Delhi's Anand Vihar bus terminal, to board buses to their respective home towns and villages. They have walked to the bus terminal on foot from different parts of the city. pic.twitter.com/IeToP3hX7H
— ANI (@ANI) March 28, 2020
हरिभूमी पर छपी खबर के अनुसार, दिल्ली और हरियाणा के कई इलाकों से अपने घर के लिए बाहर निकले प्रवासी मजदूरों को अब उनके घर भेजने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यवस्था की है।
हरिभूमी पर छपी खबर के अनुसार, यूपी की योगी सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए बसों का इंतजाम किया है, जिनकी संख्या 1000 बताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली, गुरुग्राम, नरेला, अलीपुर और नोएडा जैसे इलाकों से दिल्ली के आनंद विहार बस स्टैंड पर हजारों की संख्या में पहुंचे मजदूरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था की गई है। जिसके लिए अब उन्हें उनके घर बस की सीधा भेजा जा रहा है।
लोग इतने ज्यादा है कि कई मजदूर बसों की छत पर बैठकर अपने घर जाने को मजबूर हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते शनिवार की रात को आनंद विहार बस स्टैंड पर 25000 से ज्यादा मजदूर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से पैदल लड़कों से होते हुए, यहां बस स्टैंड पर पहुंचे थे।
जिसके बाद प्रशासन ने लगातार उन्हें वापस जाने की अपील की लेकिन वह नहीं माने उसके बाद यूपी सरकार ने इस महामारी को ज्यादा ना खेलने के चलते फैसला लेते हुए यूपी और बिहार के तमाम इलाकों में भेजने अपने घर व्यवस्था की है।
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने भी मजदूरों से कहा कि आप जहां रहे वहां रहे, जो किराए पर रहता है उसका किराया लेने के लिए मकान मालिक से न लेने की अपील की थी।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत में कोरोनावायरस के चलते अब तक 1029 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 90 से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं, तो वहीं 24 लोगों की इस संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है।
भारत सरकार और राज्य सरकारें लगातार इस संक्रमण को रोकने के लिए काम कर रही हैं। वहीं पूरे देश में अभी 21 दिनों का लॉक डाउन है, जो लॉक डाउन 14 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान सभी लोगों से घरों में रहने की सरकार की तरफ से अपील की गई है कि कोई भी बाहर ना निकले।