Fact Check: पुलिस पर थूकने वाले का तबलीगी जमात से कोई लेना- देना नहीं है

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दिल्ली का निज़ामुद्दीन कोरोना वायरस के बड़े केंद्र के रूप में सामने आया है. मार्च के बीच में यहां तबलीगी जमात में हिस्सा लेने के लिए आये कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. जब से ये ख़बर सामने आई है, सोशल मीडिया और मीडिया का एक बहुत बड़ा तबका कोरोना वायरस के पूरे मसले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश में लगा हुआ है. इसी क्रम में एक वीडियो और सामने आया है. इसमें एक आदमी पुलिस वैन में बैठा दिखाई दे रहा है. वो एक पुलिस वाले पर थूकता है. इस वीडियो को कई लोगों ने ऑनलाइन शेयर किया है. ऑल्ट न्यूज़ को इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए अपने ऑफिशियल मोबाइल ऐप पर कई रिक्वेस्ट्स मिलीं. इन सभी रिक्वेस्ट्स में दावा यही था कि वीडियो में दिख रहा शख्स निज़ामुद्दीन में हुए धार्मिक आयोजन में शामिल था.

 

यही वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल होता हुआ दिखा जहां इसके साथ ये मेसेज वायरल था – “जिनको सबूत चाहिए वो ये देख लों फरिश्तों की करतूतें । शान्ति से थूक का परिचय देते हुए । ये कल भी थूक रहे थे आज भी” नीचे मेघराज चौधरी का एक फ़ेसबुक पोस्ट है जिसमें वीडियो को 1 लाख से ज़्यादा व्यूज़ और 10 हज़ार से ज़्यादा शेयर मिले हैं.

 

एक फ़ेसबुक पेज है जिसका नाम है – ‘Salo Ab tm dost ko SIKHaOge‘. (नाम ही ऐसा है, इसलिये लिखना पड़ा.) इस पेज से शेयर हुई इस क्लिप को 450 बार शेयर किया गया. ट्विटर पर भी ये वायरल है. वहां इसे @Being_Ridhima हैंडल से 2,000 से भी ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है.

 

 

ये वीडियो ऐसे वक़्त में वायरल हो रहा है, जब उत्तरी रेलवे के CRPO ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के लोगों ने उद्दंडता की और मेडिकल वर्कर्स पर थूका.

 

फ़ैक्ट-चेक

जिन लोगों ने निज़ामुद्दीन मरकज़ में हुए आयोजन में हिस्सा लिया था, उन्हें बसों से अस्पताल और क्वारंटीन हाउसेज़ में ले जाया गया. इस वीडियो में दिख रही गाड़ी एक पुलिस की वैन मालूम दे रही है. इसके अलावा, वीडियो में कोई भी हेल्थ वर्कर मास्क पहने नहीं दिखाई दे रहा है.

 

यूट्यूब पर ‘man spits police van’ सर्च करने से हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक़, “एक कैदी जिसपर अभी मुक़दमा चल रहा था, उसने शनिवार को मुंबई पुलिस के कुछ लोगों पर थूक दिया. बताया गया है कि वो पुलिसवालों से नाराज़ था क्यूंकि उन्होंने उसे उसके घर से आया खाना खाने की इजाज़त नहीं दी थी.”

 

 

 

मुंबई मिरर ने 29 फ़रवरी 2020 को इस घटना को रिपोर्ट किया था. इस घटना में शामिल शख्स का नाम मोहम्मद सोहेल शौकत अली है. उसके परिवारवाले उसके लिए घर से खाना लेकर आये थे जो कि पुलिस ने उसे खाने नहीं दिया. इस वीडियो में अली को मुंबई की थाणे पुलिस से बहस करते हुए और गालियां देते हुए सुना जा सकता है.

 

https://youtu.be/JzBOwwzk2ik

 

इसलिये ये वीडियो तबलीगी जमात से कोई वास्ता नहीं रखता है. और इसे वहां आये किसी शख्स से जोड़ कर ग़लत जानकारी फैलाई जा रही है. हमने इससे पहले भी बोहरा समुदाय से जुड़े मुस्लिम व्यक्तियों के प्लेट चाटने के वीडियो की सच्चाई भी बतायी थी. उस वीडियो को ये कहकर चलाया जा रहा था कि निज़ामुद्दीन में मुस्लिम लड़के कोरोना वायरस फैलाने कल इए बर्तनों को चाट रहे थे.

 

नोट : भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2600 के पार जा पहुंची है. इसकी वजह से सरकार ने बुनियादी ज़रुरतों से जुड़ी चीज़ों को छोड़कर बाकी सभी चीज़ों पर पाबंदी लगा दी है. दुनिया भर में 1 करोड़ से ज़्यादा कन्फ़र्म केस सामने आये हैं और 54 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. लोगों में डर का माहौल बना हुआ है और इसी वजह से वो बिना जांच-पड़ताल किये किसी भी ख़बर पर विश्वास कर रहे हैं. लोग ग़लत जानकारियों का शिकार बन रहे हैं जो कि उनके लिए घातक भी साबित हो सकता है. ऐसे कई वीडियो या तस्वीरें वायरल हो रही हैं जो कि घरेलू नुस्खों और बेबुनियाद जानकारियों को बढ़ावा दे रही हैं. आपके इरादे ठीक हो सकते हैं लेकिन ऐसी भयावह स्थिति में यूं ग़लत जानकारियां जानलेवा हो सकती हैं. हम पाठकों से ये अपील करते हैं कि वो बिना जांचे-परखे और वेरीफ़ाई किये किसी भी मेसेज पर विश्वास न करें और उन्हें किसी भी जगह फ़ॉरवर्ड भी न करें.

 

साभार- Alt New Hindi