इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के रतन गंगाखेडकर ने बताया कि चीन में हुए शोध के अनुसार यह पाया गया कि कोरोना वायरस चमगादड़ों में पाया जाता है, लेकिन वह चमगादड़ों का ही वायरस होता है, इंसानों में नहीं आ सकता।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, चमगादड़ से यह पैंगोलिन में हस्तांतरित हो सकता है। पैंगोलिन से यह मनुष्यों में हस्तांतरित हुआ होगा।
#WATCH As per research in China, it was found that #Coronavirus might have originated due to mutation in bats. Bats might have transmitted it to pangolins, from pangolins it got transmitted to humans: R Gangakhedkar, Indian Council of Medical Research (ICMR) (1/2) pic.twitter.com/owq4MB9oJ7
— ANI (@ANI) April 15, 2020
उन्होंने कहा कि हमने निगरानी भी की, जिसमें हमने पाया कि चमगादड़ दो प्रकार के होते हैं, जिनमें कोरोना वायरस पाया जाता है लेकिन वे मनुष्यों को प्रभावित करने में सक्षम नहीं होते थे।
वह इंसान में नहीं आ सकता। यह दुर्लभ है। चमगादड़ों से इंसान में कोरोना वायरस आने की घटना हजार साल में एकाध बार हो जाए तो यही बहुत बड़ी बात है।
ICMR के अनुसार, चमगादड़ के वायरस में ऐसा उत्परिवर्तन विकसित हुआ जिससे उसमें इंसान के अंदर जाने क्षमता पैदा हुई। वह ऐसा विषाणु बन गया होगा जो इंसानों में आकर बीमार करने को सक्षम हो गया हो।
यह जानकारी देश में कोरोना वायरस से निपटने और लॉकडाउन की स्थिति को लेकर बुधवार को स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दी गई।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश के जिलों को हॉटस्पॉट जिले, नॉन-हॉटस्पॉट जिले(जहां मामले सामने आ रहे हैं )और ग्रीन जोन जिलों (जहां कोई मामला सामने नहीं आया है) में बांटा गया है।
हॉटस्पॉट जिले वो हैं जहां ज्यादा मामले आ रहे हैं या मामलों की बढ़ने की गति तेज है। हॉटस्पॉट 170 जिले हॉटस्पॉट घोषित किए जाएंगे, नॉन-हॉटस्पॉट जिले 207 हैं।
लव अग्रवाल ने कहा कि कैबिनेट सचिव ने आज राज्यों के मुख्य सचिव, डीजीपी, स्वास्थ्य सचिव, डीएम, एसपी, नगर निगम कमिश्नर आदि के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की।
इसमें हॉटस्पॉट पर चर्चा हुई और जमीनी स्तर पर रोकथाम की रणनीति को लेकर बात हुई।
जिलों को बताया गया है कि वो कोविड डेडिकेटिड अस्पताल, माइल्ड केस के लिए कोविड केयर सेंटर और गंभीर मामलों के लिए कोविड हेल्थ सेंटर, नाजुक मामलों के लिए कोविड अस्पताल बनाएं (जहां वेंटिलेटर भी मौजूद हो)।
लव अग्रवाल ने बताया कि सभी जिलों को कहा गया है कि वो जिला स्तर पर कोरोना वायरस के लिए एक संकट प्रबंधन प्लान बनाएं।
जिलों को कहा है कि एक की असफलता पूरे देश की असफलता का कारण हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि रोकथाम प्लान पूरे देश में हर जिले में समान रूप से लागू हो।
लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 11,933 हो गई है। इसमें 10197 सक्रिय मामले हैं। इसमें 1344 ठीक हो गए हैं। अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। अब तक 392 लोगों की मौत हुई है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जो क्षेत्र संक्रमण के हॉटस्पॉट नहीं होंगे, उनमें 20 अप्रैल से कुछ छूट दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने आज आदेश जारी कर कहा कि लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का कड़ा अनुपालन करना होगा। जिन गतिविधियों में राहत दी जाएंगी, उनमें शारीरिक दूरी के नजरिए से कुछ शुरुआती काम करना जरूरी है।