नागरिकता कानून पर बोले CJI- मुश्किल वक्त से गुजर रहा है देश

   

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एस. ए. बोबडे ने नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) को संवैधानिक मान्यता देने की मांग करने वाली याचिका की सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अभी देश काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है, ऐसे में इस तरह की याचिकाएं दाखिल करने से कुछ फायदा नहीं होगा।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा, ‘देश अभी मुश्किल दौर से गुजर रहा है, ऐसे में इस वक्त हर किसी का लक्ष्य शांति स्थापित करना होना चाहिए।’ चीफ जस्टिस बोबडे ने कहा कि इस तरह की याचिकाओं से कोई मदद नहीं मिलेगी, इस कानून के संवैधानिक होने पर अभी अनुमान लगाया जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट में कहा गया कि नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ जो भी याचिकाएं दाखिल की गई हैं, उनकी सुनवाई तभी शुरू होगी जब हिंसा पूरी तरह से रुक जाएगी। वकील विनीत ढांडा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी कि सीएए को संवैधानिक घोषित किया जाए। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस एस. ए. बोबडे, जस्टिस बी. आर. गवई और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने की।

बता दें कि इससे पहले नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ सर्वोच्च अदालत में कई याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं लेकिन अभी किसी पर भी सुनवाई नहीं हुई है।0

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन एक्ट के मुताबिक, बांग्लादेश-पाकिस्तान-अफगानिस्तान से आए हुए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। विपक्ष समेत कई संगठन इस कानून को संविधान विरोधी, अल्पसंख्यक विरोधी बता रहे हैं।