कोविड-19: जानिए, एंटीबॉडी क्या होता है!

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दुनियाभर में कोरोना महामारी का संकट गहराता जा रहा है। कई देशों के वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में जुटे हैं।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इस बीच कोरोना के कारगर इलाज को लेकर पिछले दिनों पूरी दुनिया में एटीबॉडी दवा को लेकर चर्च रही।

 

इसे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के इलाज में कारगर बताया गया। इस दवा का नाम Regeneron REGN-COV2 एंटीबॉडी ड्रग था। जिसे अब अमेरिका में कोरोना के इलाज में इस्तेमाल की तैयारी कर रहा है।

 

रेजेनरॉन या REGN-COV2 एंटीबॉडी दवा, दो मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का एक कांबिनेशन है। इसे विशेष तौर पर कोरोना को फैलाने वाले वायरस, SARS-CoV-2 के संक्रमण को खत्म या कम करने के लिए तैयार किया गया है। एक मीडिया रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।

कोरोना एंटीबॉडी ड्रग की एक लाख खुराक बनाने के लिए अमेरिकी सरकार और एस्ट्राजेनेका पीएलसी के बीच 486 मिलियन डॉलर (साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये से ज्यादा) का करार हुआ है।

 

यह उसी तरह की दवा है, जिसका प्रयोग राष्ट्रपति ट्रंप के इलाज के दौरान किया गया था। ट्रंप प्रशासन के ऑपरेशन वार्प स्पीड के तहत हुए समझौते में एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल विकसित किया जाएगा।

 

यह एंटीबॉडी ना केवल कोरोनावायरस को रोकने में मददगार होगा बल्कि उच्च जोखिम वाली आबादी (80 वर्ष से ज्यादा) के सबसे ज्यादा मददगार होगा।

 

हालांकि, शुक्रवार को फॉक्स न्यूज से बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कोरोना की दवा लेना बंद कर दिया है और वह पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर रहे हैं।

 

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना से ठीक होने के बाद बुधवार को एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने दावा किया कि रेजेनरॉन फार्मास्यूटिकल्स इंक(The Regeneron Pharmaceuticals company) की एक प्रायोगिक दवा(एटीबॉडी दवा) के लगातार सेवन से वह इतनी जल्दी कोरोना से ठीक हो पाए।