कोविड-19: मलेशिया में मिलने वाला वायरस को मौजूदा दौर में सबसे खतरनाक बताया!

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कोरोनावायरस ने सारी दुनिया पर कहर ढाया हुआ है, मलेशिया में अब कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक वायरस का पता लगा है। विशेषज्ञों की माने तो ये वायरस कोरोना से 10 गुणा ज्यादा संक्रामक है।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, मलेशिया में पाए गए इस वायरस का नाम D614G, जिसे G म्यूटेशन के रूप में भी जाना जाता है। खबरों के मुताबिक ये खतरनाक वायरस सबसे पहले भारतीय मूल के एक रेस्त्रां मालिक में पाया गया।

 

इस खतरनाक वायरस का पता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईएमआर) ने लगाया है। डी6140जी वायरस की खोज मलेशिया में की गई है।

 

एक फेसबुक पोस्ट के जरिए वहां के स्वास्थ्य महानिदेशक दातुक डॉ. नूर हिशाम अब्दुल्ला ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि D614G म्यूटेशन पहली बार जुलाई में पाया गया था।

 

उन्होंने इस वायरस की जानकारी देते हुए बताया कि ये वायरस कोरोना से ज्यादा खतरनाक है। कई अध्ययनों से पता चला है कि इसपर कोई भी मौजूदा टीका काम नहीं करेगा।

 

इस वायरस को सुपर स्प्रेडर कहा जा रहा है, यह वायरस कोरोना से 10 गुणा अधिक रफ्तार से लोगों को संक्रमित करने की ताकत रखता है। विशेषज्ञों के मुताबिक एक बार ये वायरस फैल गया तो इसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता।

 

इस वायरस को पहली बार जनवरी में देखा गया था। जनवरी से विशेषज्ञ इस पर नजर बनाए हुए है। ये वायरस बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है।

 

इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति को सांस की बेहद समस्या होती है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता को इस वायरस से सतर्क रहने की सलाह दी है। मलेशिया में कोविड-19 के साथ पाया गया D614G म्यूटेशन बेहद खतरनाक वायरस है।

 

आपको बता दें कि कोविड-19 के प्रभाव को कम करने में मलेशिया सबसे आगे रहा है। बाकी देशों से तुलना की जाए तो मलेशिया ने बड़े पैमाने पर कोरोना की रोकथाम की है। मलेशिया में 15 अगस्त को कोरोना के 26 नए मामले सामने आए है जो 28 जुलाई के बाद सबसे अधिक है।

 

खबरों के मुताबिक 45 लोगों की जांच में कोविड-19 के साथ D614G नामक म्यूटेशन वायरस के तीन मामले सामने आए है, जिसमें से एक भारतीय रेस्त्रा का मालिक है। इसके अलावा फिलीपींस से लौटने वाले लोगों में भी यह नये वायरस का मामला सामने आया है।