कोविड-19: क्या वायरस की दुसरी लहर भी आ सकती है?

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जैसे-जैसे मौसम गर्म हुआ है कुछ देश व्यापार के लिए फिर से खुल गए हैं, इसलिए जब पब्लिक हेल्थ उपायों जैसे सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने की बात आती है तो इसमें लापरवाही हो सकती है। हममें से ज़्यादातर लोग अभी यही कर रहे हैं।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, मिनेसोटा विश्वविद्यालय की एक नई रिपोर्ट में पाया गया कि कोई भी कोविड-19 वैक्सीन संभवतः 2021 तक उपलब्ध नहीं हो पाएगी, और जितने भी लोग इन्फेक्टेड हैं उनमें से वैक्सीन केवल एक चौथाई लोगों के लिए ही उपलब्ध हो पाएगी। यह बीमारी अभी और भी फ़ैल सकती है।

 

रिसर्चर्स ने कहा है कि हम 2020 के ख़त्म होने से पहले केसेस के बढ़ने में बहुत बड़ी उछाल देख सकते हैं। उसके बाद 2021 में यह कम फ़ैल सकता है।

 

अभी कुछ भी साफ़ नहीं है। यह भी हो सकता है कि यह और भी भयंकर रूप ले ले। जिसे अभी तक हम लोगों ने देखा ही नहीं है।

 

बहुत सारे लोग सोसाइटी को फिर से खोलने और सामान्य होने के पक्ष में हैं, लेकिन अगर हम तैयार नहीं होंगे तो इंफेक्शन की एक दूसरी लहर आएगी और यह पहले से भी ज़्यादा घातक हो सकती है।

 

कोविड-19 की एक दूसरी लहर और चल रही लहर संभवतः कम हो सकती है, लेकिन इतनी जल्दी नहीं। जबकि बहुत कुछ अब भी नहीं मालूम है जब कोविड-19 मामले कुछ कम होगा तब तक ठंडी या फ्लू का सीजन आ जाएगा।

 

फ्लू एक्टिविटी अक्सर अक्टूबर के महीने में शुरू होती है और यह दिसंबर और फरवरी के बीच अपने चरम पर रहती है इससे लाखो लोग फिर से हॉस्पिटल में भर्ती होंगे। हमें भविष्य के कोरोनावायरस प्रकोप के लिए बहुत अच्छी तरह से तैयार रहना चाहिए।

 

हम इस बसंत में कोरोना वायरस को एक्सपीरियंस कर चुके हैं। कोविड-19 और और इन्फ्लूएंजा का कॉम्बिनेशन हमारे हेल्थकेयर के बुनियादी ढांचे को प्रभावित करेगा। इससे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेन्ट (PPE), वेंटिलेटर और बीमार मरीज़ों के लिए आईसीयू बेड की और ज्यादा कमी होगी।