बिहार में कोविड-19 से डॉक्टर सहित सात लोगों की मौत!

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पटना सहित पूरे बिहार में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। रविवार को पटना एम्स में दो डॉक्टर समेत सात लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई।

 

डेली न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, मरने वाले में कदमकुआं थाना क्षेत्र के लोहानीपुर के रहने वाले हृदय रोग विशेषज्ञ 44 वर्षीय डॉ दीपक कुमार, मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज के 74 वर्षीय डॉ वीबीपी सिन्हा शामिल हैं।

 

डॉ दीपक कदमकुआं स्थित एक निजी अस्पताल में हृदय रोग के डॉक्टर थे। सांस लेने में तकलीफ व तेज बुखार आने के बाद परिजनों ने दोनों डॉक्टर को एक सप्ताह पहले एम्स में भर्ती कराया, जहां कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। हालत गंभीर होने के बाद दोनों डॉक्टरों की मौत हो गई।

 

आपको बता दें कि बिहार में शनिवार को सभी 38 जिलों में एक लाख एक हजार 36 सैंपल की जांच की गई। इसमें सिर्फ 2247 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। वहीं, 24 घंटे में 3082 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके है। राज्य में शनिवार तक 23 हजार 91 मरीज कोविड-19 एक्टिव थे।

 

राज्य में कोरोना मरीजाें का रिकवरी रेट 80.60 फीसदी हो गया है। राज्य में अब तक 24 लाख 32 हजार 497 सैंपलों की जांच की गई है। इसमें से एक लाख 22 हजार 156 लोग पॉजिटिव पाए गए। अब तक कोरोना पॉजिटिव 98 हजार 454 लोग ठीक होकर घर लौट गए है।

 

कोरोना वायरस से मरने वाले सभी छह मृतक पटना जिले के रहने वाले हैं। इसमें अगमकुआं के सर्वजीत मलाह, आर्दश कॉलोनी अगमकुआं 72 वर्षीय उर्मिला देवी, राजीव नगर के दिनेश शर्मा, 68 वर्षीय रविंद्र चौधरी और बिहटा के 57 वर्षीय बुद्धदेव शर्मा शामिल हैं। इसके अलावा कोरोना को मात देने वाले 17 मरीजों रविवार को डिस्चार्ज किए गए। इसमें आठ पुरुष व छह महिलाएं शामिल हैं।

 

इसी प्रकार एम्स में 14 मरीजों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि की गई। 14 गंभीर मरीजों को एम्स के कोरोना वार्ड में भर्ती भी किया गया।

 

एम्स के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि कोरोना से दो डॉक्टर समेत सात लोगों की मौत हो गई, सभी मरीजों की गंभीर स्थिति बनी थी।

 

इलाज के दौरान सभी ने दम तोड़ दिया़ उन्होंने बताया कि एम्स में 237 कोरोना मरीज कोविड वार्ड में भर्ती किए गए हैं।