कोविड महामारी: सऊदी में रहकर आसिफ़ रमीज़ दाउदी की बड़ी पहल, सोशल मीडिया के जरिए पीड़ितों को पहुंचा रहे हैं मदद!

, ,

   

“प्रोफेसर आसिफ़ रमीज़ दाउदी ने सऊदी अरब में रहकर एक बड़ी पहल शुरु की है। कोविड जैसे महामारी में लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया के जरिए जरुरत पहुंचाने वालों को जरुरतमंदों को जोड़ने रहे हैं”

पुरी दुनिया कोविड-19 की चपेट में है। भारत इस वक्त कोविड-19 के दुसरे चरण के मामलें में बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहा है।

महाराष्ट्र और गुजरात और यूपी में महामारी का असर चरम पर है। यहां तक कि अब यह पुरे भारत को अपने चपेट में बुरी तरह ले लिया है।

देश के सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड खाली नहीं मिलने की वजह से मरीजों में परेशानी ज्यादा है। लेकिन कुछ संस्थाएं और अच्छे लोग प्रभावित मरीजों की मदद में लगे हुए हैं।

सोशल मीडिया के जरिए जरूरतमंदों तक मदद पहुंचा रहे हैं। चाहे वह आक्सीजन हो या फिर इंजेक्शन। सऊदी अरब में रह रहे प्रोफेसर आसिफ़ रमीज़ दाउदी भी ऐसे ही भले लोगों में से एक हैं जो वहां रहकर भी कोविड-19 मरीजों तक मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस काम के लिए प्रोफेसर आसिफ़ रमीज़ दाउदी ने सऊदी अरब में रह रहे कुछ लाइक माइडेंड लोगों को अपने साथ जोड़ा है। उनका मकसद है कि ऐसे लोगों को जोड़कर एक कॉमन प्लेटफॉर्म बनाया जाए जिससे जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जाए।

आसिफ़ रमीज़ दाउदी ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म के जरिए कोविड से पीड़ित व्यक्तियों की इन्फोर्मेशन कलेक्ट किए जायेंगे और मेनस्ट्रीम मीडिया के जरिए हम उनकी जरुरतों की आवाज़ बन सके। उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात में सबसे पहली कोशिश होगी कि हम प्लाज्मा, आक्सीजन और ब्लड से संबंधित जरूरी चीजों पर गौर करें और मरीजों तक इन्फोर्मेशन पहुंचाएं।

उन्होंने यह भी बताया कि इस महामारी को देखते हुए एक वाटस्अप ग्रुप और फेसबुक पेज भी बनेगा इंडो अरब हेलपिंग हैंडस् के नाम से जहां से हम इससे संबंधित हर जरूरत की सूचना दे सके।

हम इसे पब्लिक डोमेन में शेयर करेंगे। सोशल मीडिया के जरिए कोविड से संबंधित सभी रिक्वेस्ट को कलेक्ट किए जायेंगे और जो संस्थाएं भारत में काम कर रही है, उन सभी तक पहुंचाये जायेंगे। इससे यह होगा कि जो लोग जरुरतमंद हैं, उनतक आसानी से पहुंचाये जा सकेंगे।

प्रोफेसर आसिफ़ रमीज़ दाउदी ने बताया कि हर जिंदगी बेहद जरुरी है इसलिए छोटी से छोटी मदद काफ़ी अहमियत रखती है उन लोगों के लिए जो लोग पीड़ित हैं और उन्हें संबंधित चीजों की जरूरत है।

उन्होंने आगे कहा कि देश से दूर रहकर और कुछ नहीं तो कम से कम हम सोशल मीडिया के जरिए मदद पहुंचाने वालों और मदद लेने वालों करीब तो ला ही सकते हैं और दोनों को कनेक्ट तो कर ही सकते हैं।

“इस मुद्दे पर चर्चा के लिए कल सियासत पोर्टल और सोशल मीडिया पर प्रोफेसर आसिफ रमीज़ी दाउदी के साथ लाइव रहेंगे”