तेलंगाना में कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध एक बुजुर्ग की मदद की गुहार लगाते हुए सड़क पर ही मौत हो गई। खबरों के मुताबिक यह घटना हैदराबाद से 70 किलोमीटर दूर मेडक जिले की है।
सत्याग्रह पर छपी खबर के अनुसार, 60 साल के श्रीनिवास बाबू रोडवेज की एक बस से हैदराबाद स्थित अपने घर वापस लौट रहे थे। बेचैनी महसूस होने पर वे रास्ते में ही उतरकर एक प्राथमिक चिकित्सालय चले गए।
इसके बाद एक एंबुलेंस को उन्हें जिला अस्पताल छोड़ना था लेकिन इसमें देरी के कारण उनकी जान चली गई। वे कई साल से अस्थमा से भी जूझ रहे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में श्रीनिवास सड़क किनारे लेटे दिख रहे हैं। वे कह रहे हैं, प्लीज मेरी मदद करें. मुझे अस्पताल ले जाएं. मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं।
एक महिला उनसे कुछ पूछती दिख रही है. श्रीनिवास कह रहे हैं कि वे इसलिए रास्ते में उतर गए कि उन्हें तबीयत ठीक नहीं लग रही थी और उनको उम्मीद थी कि कोई उनकी मदद कर देगा।
उधर, पुलिस का कहना है कि उसने एंबुलेंस को बुलाया था जो एक घंटे बाद आई। लेकिन आने के बाद एंबुलेंस स्टाफ़ ने कहा कि उसके पास पीपीई किट नहीं है और मरीज में कोविड-19 के लक्षण हैं इसलिए दूसरी एंबुलेंस बुलाई जाए।
जब तक दूसरी एंबुलेंस आई तब तक बहुत देर हो चुकी थी. हालांकि जांच में पता चला कि घटनास्थल पर पहले पहुंची एंबुलेंस में दो पीपीई किट थीं लेकिन स्टाफ ने डर के मारे मरीज से दूर रहा।
बताया जा रहा है कि लापरवाही बरतने के लिए एंबुलेंस ड्राइवर और टेक्नीशियन का ट्रांसफर कर दिया गया है।
तेलंगाना में कोरोना वायरस के अब तक करीब साढ़े चार हजार मामले सामने आ चुके हैं। संक्रमण के चलते 174 लोगों की मौत भी हुई है।