CPM का आरोप, हिंदू जागरण मंच ने जेल भेजने की धमकी देकर 98 ईसाइयों को जबरन हिंदू बनाया गया

,

   

त्रिपुरा में विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने मंगलवार को दक्षिणपंथी संगठन हिंदू जागरण मंच(एचजेएम) पर इस महीने की शुरुआत में 23 आदिवासी परिवारों के 98 लोगों का जबरन पुन:धर्मांतरण हिंदू धर्म में कराने का आरोप लगाया है। सीपीएम का आरोप है कि मंच ने इन परिवारों को धमकी दी कि यदि उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया तो उन्हें जेल में बंद कर दिया जाएगा। बहरहाल, मंच ने इस आरोप को नकारा है।

जिन 98 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है, उनमें ज्यादातर बिहार और झारखंड के रहने वाले चाय बागान कर्मी हैं। वे यहां से करीब 190 किलोमीटर दूर उनाकोटी जिले के रांची टीला में रहते हैं। मंच ने कहा था कि 2010 में इन लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाया था। सीपीएम की जनजातीय शाखा उपजाति गणमुक्ति परिषद के अध्यक्ष जितेन चौधरी ने कहा कि उन्होंने पुन:धर्मांतरण के पीछे का सच जानने के लिए 25 जनवरी को रांची टीला का दौरा किया था।

‘जेल भेजने की धमकी देकर कराया धर्म परिवर्तन’

चौधरी ने मीडिया को बताया, ‘मैंने पाया कि हिंदू जागरण मंच ने उन्हें फिर से धर्म बदलकर हिंदू धर्म अपना लेने को बाध्य किया था। इससे पहले वे ईसाई थे और बहुत खुश थे।’ उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर को कैलाशहर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि किसी का मवेशी खो गया है। इन लोगों में से चार को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में उन्हें जमानत दे दी गई।

चौधरी ने आरोप लगाया, ‘विश्व हिंदू परिषद और हिंदू जागरण मंच ने इस मौके का फायदा उठाया। उन्होंने उन्हें जेल में डालने की धमकी दी और हिंदू धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर दिया।’ बीते 20 जनवरी को कैलाशहर जिले में हुए पुन:धर्मांतरण कार्यक्रम से वीएचपी भी जुड़ा था। संपर्क किए जाने पर हिंदू जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष उत्तम डे ने कहा, ‘बल प्रयोग का तो कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया। आप खुद जाकर सच का पता लगा सकते हैं।’