ट्रम्प ने सऊदी अरब से सेना बुलाने की दी धमकी!

, , ,

   

कोरोनावायरस की वजह से तेल की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है। रूस और सऊदी अरब कच्चे तेल के बड़े उत्पादक माने जाते हैं और दोनों के बीच उत्पादन में कटौती की सहमति बन गई।

 

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी की वजह से रूस और सऊदी अरब के बीच तेल उत्पादन कम करने को लेकर ऐतिहासिक डील हो सकी है।

 

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के साथ ऑयल-प्राइस वॉर खत्म करने का दबाव बढ़ाते हुए एक अल्टीमेटम दिया था। 2 अप्रैल को ट्रंप ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को फोन किया था।

 

उन्होंने कहा था, ‘जब तक पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन (OPEC) तेल उत्पादन में कटौती करना शुरू नहीं करते, वह सांसदों को सऊदी अरब से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के कानून को पारित करने से रोकने में शक्तिहीन रहेंगे।

 

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूएस रिपब्लिकन सीनेटरों केविन क्रैमर और डैन सुलिवन ने कानून पेश किया था कि सऊदी अरब जब तक तेल उत्पादन में कटौती नहीं करता है तो वहां से अमेरिकी सैनिकों, पैट्रियाट मिसाइलों और मिसाइल रोधी रक्षा प्रणालियों को हटा लिया जाए।

 

21 अप्रैल को अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में अब तक की सबसे बड़ी रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई थी।

 

अमरीकी तेल का बेंचमार्क वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (WTI) की कीमतों में 50 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट आई, जिसकी कीमत घट कर 9 डॉलर प्रति बैरल हो गई।

 

साभार- टीवी9 भारतवर्ष