चक्रवार्ती तूफान अब पड़ गया है धीमा!

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसारर पिछले 6 घंटों के दौरान चक्रवात अम्फान 27 किमी/ घंटा की गति से उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, आगे चक्रवाती तूफान के रूप में कमजोर हो गया और बांग्लादेश, कोलकाता के करीब 270 किमी दूर उत्तर-उत्तरपूर्व में स्थित है।

 

गंभीर चक्रवाती तूफान अम्फान की वजह से बुधवार दोपह पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हुई। कोलकाता और उसके आस-पास के इलाकों में तेज बारिश के साथ 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक गति से तेज हवाएं चलीं।

 

यह चक्रवात कई वर्षों में बंगाल की खाड़ी में उठने वाले सबसे भयानक चक्रवातों में से एक है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात की आंख, जो 30 कि. मी. व्यास की है, ने धरती को छू लिया है।

 

अलीपुर मौसम विभाग (पूर्वी क्षेत्र) के संजीब बंद्योपाध्याय ने कहा कि चक्रवात की गोलाकार संरचना ने आज अपराह्न् बंगाल से टकराना शुरू कर दिया।

 

उन्होंने कहा, प्रक्रिया अपराह्न् 2.30 बजे के आसपास शुरू हुई, जो चक्रवाती वृत्त के आगे के क्षेत्र की सीमा के साथ बंगाल के तटीय जिलों से टकरा रहा है।

 

हमारे रिकॉर्ड के अनुसार शाम चार बजे कोलकाता में हवा की गति 105 किमी घंटा रही है, जो 130 किमी प्रति घंटा तक भी जा सकती है।

 

उन्होंने कहा कि तीन तटीय जिले दक्षिण और उत्तर 24 परगना व पूर्वी मिदनापुर सबसे अधिक प्रभावित होंगे। इसके अलावा कोलकाता, हावड़ा, हुगली, पश्चिम मिदनापुर जैसे दक्षिण बंगाल के जिले भारी तूफान का सामना करेंगे।

 

दक्षिण 24 परगना में सागर द्वीप, काकद्वीप और डायमंड हार्बर, पूर्वी मिदनापुर में दीघा और हल्दिया जैसे क्षेत्रों में तूफान अपने परचम पर है और इससे पेड़ों और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं।

 

राज्य के सबसे बड़े नागरिक निकाय, कोलकाता नगर निगम के प्रशासक फरहाद हकीम ने कहा, हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। तूफान के कारण कुछ पेड़ उखड़ गए हैं और शहर के विभिन्न हिस्सों में बिजली गुल हो गई है।