पाकिस्तान की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था से सभी वाकिफ हैं पाकिस्तान में कई अनूठे काम भी होते रहते हैं जिनके बारे में जानकर आप सिर पकड़ लेंगे वहां डकैती के लिए भी बकायदा व्हाट्सएप ग्रुप बने हैं, जी हां पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में डाकू बकायदा वाट्सएप ग्रुप बनाकर काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने ग्रुप का नाम ‘डकैत कौमी मूवमेंट’ (डीक्यूएम) रखा हुआ है।
लेजेंड न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, अखबार ‘जंग’ की रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि शहर में सक्रिय अपराधियों ने अपने समूह के सदस्यों के लिए सरकारी संस्थाओं की तर्ज पर सामाजिक कल्याण के लिए कार्यक्रम भी बनाए हुए हैं।
Dacoits in Pakistan create WhatsApp group to plan robberies – Khaleej Times https://t.co/7R2ZrNpMJe pic.twitter.com/hicO0sWxMf
— Umair Farooq (@UmairFarooq0313) August 23, 2019
रिपोर्ट में कहा गया है कि डीक्यूएम के सरगना और उसके एक साथी की गिरफ्तारी के बाद उनके कारनामों के खुलासे हुए हैं। इनके और साथियों की तलाश में पुलिस जगह-जगह छापे मार रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने अखबार को बताया कि इनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन डकैतों ने आपसी संपर्क के लिए ‘डकैत कौमी मूवमेंट’ नाम से वाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ है।
ग्रुप एडमिन वारदात की योजना बनाते हैं और डकैती की एक वारदात को आम तौर से ग्रुप के चार या पांच सदस्यों द्वारा अंजाम दिया जाता है।
पुलिस अफसर ने कहा कि पूछताछ में डकैतों ने बताया कि कॉल डेटा रिकॉर्ड की चपेट में आने से बचने के लिए उन्होंने एकदूसरे को कॉल करने के बजाए वाट्सएप का सहारा लिया।
गिरफ्तार होने वाले सदस्यों के कानूनी खर्च की जिम्मेदारी ग्रुप के सदस्य उठाते हैं। अगर इनका कोई साथी पुलिस कार्यवाही में जख्मी हो जाता है तो ग्रुप के सदस्यों की जिम्मेदारी होती है कि वे उसका इलाज कराएं। गिरफ्तार सदस्य के घरवालों को आर्थिक मदद भी दी जाती है।