दानिश अली के साथ मायावती ने ऐसा क्यों किया?

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2019 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के साथ ही कुंवर दानिश अली का कद बहुजन समाज पार्टी में बहुत तेजी से बढ़ा रहा था। वह अपनी राजनीतिक उड़ान भर पाते कि इससे पहले ही मायावती ने उनके पंक काट दिए हैं।

न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, बसपा सुप्रीमों मायावती ने दानिश अली को हटाकर जौनपुर लोकसभा सीट से सांसद श्याम सिंह यादव को लोकसभा में बसपा के संसदीय दल का नेता नियुक्त किया है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दानिश अली ने जेडीएस से नाता तोड़कर बसपा की सदस्यता ली थी।

इसके बाद मायावती ने दानिश अली को उत्तर प्रदेश के अमरोहा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया, जहां से वो जीतकर संसद पहुंचे। इसके बाद मायावती ने अपने पुराने नेताओं की अनदेखी करते हुए दानिश अली को लोकसभा में बसपा के संसदीय दल का नेता बनाया था।

मायावती के एक फैसले के बाद दानिश अली का ओहदा बसपा में काफी ऊंचा हो गया था। दानिश अली खुद को बसपा महासचिव और उच्च सदन में पार्टी नेता सतीश चंद्र मिश्रा के बराबर का नेता मान बैठे थे. यहीं दानिश अली बड़ी गलती कर बैठे।

धारा 370 और तीन तलाक जैसे बड़े मुद्दे पर मायावती की लाइन से हटकर दानिश अली ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी, जिसके चलते अपने पद से उन्हें हाथ धोना पड़ा है।