सांप्रदायिक आधार पर बटे लोग, बुजुर्ग की मौत के बाद एक साथ आ गई !

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यूपी की राजधानी लखनऊ के दो मोहल्‍ले जो देशविरोधी नारों के मुद्दे पर एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए, उन्‍हें एक आरोपी के पिता की मौत ने एक कर दिया।

लखनऊ के एक मोहल्‍ले के 60 युवकों के खिलाफ पाकिस्‍तान समर्थक नारे लगाने के आरोप में एफआईआर कर दी गई थी, इसी तनाव में इन्‍हीं में से एक युवक के पिता की शुक्रवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई।

लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में एक मोहल्‍ला है सालेह नगर और इसके पड़ोस में है रुचि खंड कॉलोनी। कुछ दिनों पहले रुचि खंड के शशांक गहलोत और बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं ने आशियाना पुलिस स्‍टेशन में 21 साल के अकरम अली और 59 और लोगों के खिलाफ एफआईआर लिखाई थी। इसमें इन पर आरोप लगाया था कि मंगलवार को एक मामूली झगड़े के दौरान इन्‍होंने पाकिस्‍तान समर्थक नारे लगाए थे।

सूत्रों का कहना है कि इसी बात को लेकर क्षेत्र के लोग सांप्रदायिक आधार पर बट गए थे। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए छापे मारे, पकड़े जाने के डर से अधिकांश लोग फरार हो गए। इन्‍हीं में से एक अकरम भी था।

अकरम के बुजुर्ग पिता जाकिर अली इतने परेशान हो गए कि गुरुवार आधीरात को उन्‍हें हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई।

इससे नाराज सालेहनगर के 100 नागरिक धरने पर बैठ गए। वे तभी माने जब वरिष्‍ठ अधिकारियों ने आश्‍वासन दिया कि इस मामले में काउंटर एफआईआर दर्ज की जाएगी।

जाकिर अली की मौत की खबर सुनकर रुचि खंड के हिंदू निवासी भी सालेह नगर के परिवारों के साथ खड़े हो गए। शुक्रवार को जाकिर की पत्‍नी की ओर से बजरंग दल और भगवा रक्षा वाहिनी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ काउंटर एफआईआर लिखाई गई।