इराक में सरकारी विरोधी प्रदर्शनों में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 74 हो गई है, वहीं 3600 से अधिक लोग इस दौरान घायल हुए हैं।
Brazil, Chile, Lebanon, Ecuador, Iraq, UK, Guinea, Hong Kong ✊🏽✊🏾✊🏿
Protests are breaking out across the globe & activists are demanding action. pic.twitter.com/wZUcsWHRZz
— Amnesty International (@amnesty) October 24, 2019
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, इराकी अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। देश में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और सार्वजनिक सेवाओं की कमी पर राष्ट्रव्यापी विरोध की नई लहर देखने को मिली है।
The Arab Spring rose up to fight corruption, repression, inequality and austerity. The Lebanon and Iraq protests show this spirit is still very much alive. If we want a progressive future, we need to build up a global movement of and for working people. pic.twitter.com/KTheQouKK8
— Bernie Sanders (@SenSanders) October 22, 2019
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, इराक इंडीपेंडेंट हाई कमीशन फॉर ह्यूमन राइट्स (आईएचसीएचआर) के एक सदस्य अली अल-बयाती ने एक बयान में कहा कि सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच 25 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक हुई झड़पों में अब तक 74 लोग मारे गए हैं।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के मुख्यालय पर प्रदर्शनकारियों के हमला करने के बाद ज्यादातर मौतें राजनीतिक दलों के गार्डो द्वारा चलाई गई गोलियों से हुईं।
इसके अलावा अन्य मौते आंसू गैस से दम घुटने के कारण हुईं। अल-बयाती ने यह भी कहा कि कुल 3,654 प्रदर्शनकारी और सुरक्षाकर्मी इस दौरान घायल हुए, जिनमें से कई लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।