क्या पुलिस ने लगाई थी बस में आग? जानिए वायरल वीडियो का सच ?

, ,

   

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में रविवार को जामिया नगर में हुई हिंसा पर अब दिल्ली पुलिस और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी प्रशासन आमने-सामने है। दिल्ली पुलिस ने जहां कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर हिंसा की जांच शुरू कर दी है, वहीं जामिया की वीसी नजमा अख्तर ने पुलिस पर जबरन यूनिवर्सिटी में घुसने का आरोप लगाते हुए पुलिस पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने कल हुई घटना पर सफाई भी दी है।

पुलिस ने बसों में आग लगाई नहीं, बुझाई’
बसों में आग लगाने के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने सफाई दी है। दक्षिण पूर्व दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि पुलिस ने बसों में आग लगाई नहीं बल्कि बुझाई थी। उन्होंने साफ कहा कि डिब्बे और बोतलों में पेट्रोल नहीं पानी था। बता दें कि जामिया इलाके में हिंसक विरोध के दौरान एक ऐसा विडियो सामने आया, जिसे देखकर दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठने लगे। इस विडियो में एक पुलिसवाला प्लास्टिक का एक कैन बस के पीछे ले जाता हुआ दिख रहा था। बस के पास ही सड़क किनारे आग जल रही थी। साथ ही बस पर भी तोड़फोड़ नजर आ रही थी। इस विडियो के सामने आने के बाद कुछ लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठाने लगे कि क्या पुलिसवाले खुद ही बस में आग लगा रहे हैं?

पुलिस ने बसों में आग लगाई नहीं, बुझाई’
बसों में आग लगाने के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने सफाई दी है। दक्षिण पूर्व दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि पुलिस ने बसों में आग लगाई नहीं बल्कि बुझाई थी।

उन्होंने साफ कहा कि डिब्बे और बोतलों में पेट्रोल नहीं पानी था। बता दें कि जामिया इलाके में हिंसक विरोध के दौरान एक ऐसा विडियो सामने आया, जिसे देखकर दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठने लगे। इस विडियो में एक पुलिसवाला प्लास्टिक का एक कैन बस के पीछे ले जाता हुआ दिख रहा था। बस के पास ही सड़क किनारे आग जल रही थी। साथ ही बस पर भी तोड़फोड़ नजर आ रही थी। इस विडियो के सामने आने के बाद कुछ लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठाने लगे कि क्या पुलिसवाले खुद ही बस में आग लगा रहे हैं?