दिल्ली: जुमे की नमाज़ के बाद निकाला जा सकता है मार्च!

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दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाकों में हुई हिंसा के बाद आज पहला जुमा हाेने के कारण दिल्ली पुलिस के सामने सुरक्षा-व्यवस्था की बड़ी चुनौती होगी।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, दिल्ली हिंसा होने के कारण बीते दिनों पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए जाने लगे थे। यहां तक की सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस पर सख्त टिप्पणी की और कहा कि उसे Out of the box जाकर काम करना चाहिए।

 

राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा और दो अन्य मेंबर आज जाफराबाद इलाके का दौरा करेंगे। दिल्ली में हुई हिंसा में कई मामले ऐसे आए हैं, जहां पर महिलाओं के साथ बदसलूकी की बात सामने आई है। महिला आयोग अब इस मामले की जांच करेगी।

 

पुलिस का सारा ध्यान नॉर्थ-ईस्ट इलाके में होगा तो वहीं साउथ दिल्ली के जामिया में जुमे की नमाज पढ़ने के बाद मार्च निकाला जाएगा।

 

यह मार्च जामिया के जामा मस्जिद से सेंट्रल कैंटीन तक निकाला जाने की योजना है। पुलिस की कोशिश होगी कि ये मार्च शांतिपूर्वक निकल जाए और कोई भी अप्रिय घटना नहीं हो।

 

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में तीन दिनों की हिंसा के बाद हालात अब काबू में हैं। बीते दो दिनों से हिंसा की कोई खबर नहीं आई है जो पुलिस के लिए बड़ी राहत के समाचार हैं।

 

दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने बताया कि पुलिस ने 48 एफआईआर दर्ज की है और 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

 

38 लोगों की मौत के बाद दिल्ली हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के तहत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। सभी एफआईआर को एसआईटी को ट्रांसफर कर दिया गया है।

 

जांच के लिए 2 अलग-अलग टीम बनाई गई है। एक टीम को DCP राजेश देव लीड करेंगे। वहीं एक टीम को जॉय टर्की लीड करेंगे। दोनो टीमों में चार-चार ACP होंगे और ACP क्राइम बीके सिंह की अगुवाई में यह SIT काम करेगी।