दिल्ली हिंसा पर आज लोकसभा में हो सकती है चर्चा!

, ,

   

दिल्ली हिंसा पर लोकसभा में बुधवार को नियम 193 के तहत चर्चा होगी, चर्चा के बाद मतदान नहीं होगा।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, कांग्रेस लंबे समय से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रही है और वह सदन की कार्यवाही बाधित कर रही है, लेकिन सरकार ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा होली के बाद ही होगी।

 

लोकसभा में इस मुद्दे पर हंगामे के कारण पीठासीन अधिकारी ने कांग्रेस के सात सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। लोकसभा के बुलेटिन में कहा गया है कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और भाजपा सदस्य दिल्ली के कुछ हिस्सों में हाल में पैदा हुई कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा शुरू करेंगे।

 

इसके अलावा कांग्रेस मध्य प्रदेश संकट को भी उठा सकती है, जबकि वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं कि भाजपा द्वारा किराए पर लिए गए चार्टर्ड विमानों से बागी विधायकों को बेंगलुरू ले जाया गया।

 

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी द एयरक्राफ्ट अमेंडमेंड बिल, 2020 को चर्चा और पारित करने के लिए पेश करेंगे। लोकसभा में स्वास्थ्य और विदेश मंत्रालय सहित तीन मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर भी चर्चा हो सकती है।

 

उत्तर पूर्वी दिल्ली में कड़ी सुरक्षा के बीच होली का त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इस दौरान लोग घरों से बाहर भी निकले और एक-दूसरे के चेहरों पर रंग-गुलाल लगाए।

 

हालांकि ये सब दिल्ली पुलिस व अर्धसैनिक बलों बलों की इलाके में मौजूदगी से संभव हो सका। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लोगों को होली की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने स्वयं इस बार होली नहीं खेलने का फैसला किया।

 

मुख्यमंत्री ने कोरोनावायरस के प्रति जागरूकता फैलाने और उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मद्देनजर यह फैसला लिया।

 

केजरीवाल ने समस्त दिल्लीवासियों को होली की शुभकामनाएं दी और कहा, रंगों के महापर्व होली की आप सभी को शुभकामनाएं। साथ ही मुख्यमंत्री ने समस्त दिल्ली वालों को इस दौरान कोरोनावायरस के प्रति जागरूक रहने और इसके संक्रमण से बचने को कहा।

 

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने अपने संदेश में कहा, विविधता में एकता का नाम है भारत, और इस विविधता का बड़ा प्रतीक है होली का त्यौहार।

 

इस होली आप सबके जीवन में अपार खुशियां आए, आप सबको होली की हार्दिक शुभकामनाएं। इससे पहले मंगलवार सुबह होली का त्यौहार होने के बावजूद उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। मौजपुर, विजय पार्क, बृजपुरी, गोकुलपुरी आदि इलाकों में सुबह ज्यादातर लोगों ने घरों से बाहर निकलने से गुरेज किया।

 

हालांकि इन सभी इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की जबरदस्त मौजूदगी रही। बावजूद इसके अधिकांश लोग घरों के आसपास ही होली मनाते देखे गए।

 

बृजपुरी में रहने वाले महेश पांडे ने कहा, हम लोग हर साल की तरह इस बार भी यहां होली मना रहे हैं। हालांकि इस बार हमने स्कूटी या गाड़ी से रिश्तेदारों और दोस्तों के घर जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है।

 

इस बार हम अपनी गली और आस-पड़ोस के लोगों के साथ होली का आनंद ले रहे हैं।

 

लोग जहां अपनी छतों और घरों के बाहर होली खेलते दिखाई दिए, वहीं सडक़ों और गलियों में होली खेलने वाली बच्चों और युवाओं की टोलियां कई स्थानों पर नदारद रहीं। यमुना विहार में रहने वाले बीटेक के छात्र आकाश रघुवंशी ने कहा, हर बार होली से दो दिन पहले ही यहां युवाओं की टोलियां बन जाती थीं।

 

हम भी 20-25 दोस्तों का ग्रुप बनाकर हर बार अलग-अलग मोहल्लों में जाकर होली खेलते थे, लेकिन इस बार माहौल ऐसा नहीं है।

 

इन सबके बावजूद पिछले दिनों हिंसा से प्रभावित रहे उत्तर पूर्वी दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार को होली मनाई गई। लोग यहां घरों से बाहर भी निकले और कुछ एक स्थानों पर ढोल नगाड़ों के साथ होली के गीत भी गाए गए।