डेंगू बुखार को लेकर यह जानकारी जरुर रखें!

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बरसात के दिनों मे डेंगू का डर हर किसी को सताने लगता है। इस बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, ऐसा देखा गया है कि मरीज अक्सर सामान्य बुखार को भी डेंगू समझने लगते हैं। ऐसे में लोग सामान्य बुखार के लिए भी महंगा इलाज होने के बाद भी अस्पतालों में दाखिल हो जाते हैं।

 

डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के महीनों यानी जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है।

 

डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उसका खून चूसता है।

 

खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर में चला जाता है। जब डेंगू वायरस वाला वह मच्छर किसी और इंसान को काटता है तो उससे वह वायरस उस इंसान के शरीर में पहुंच जाता है, जिससे वह डेंगू वायरस से पीड़ित हो जाता है।

 

मच्‍छर के काटे जाने के करीब 35 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। शरीर में बीमारी पनपने की मियाद 3 से 10 दिनों की भी हो सकती है।

 

साभार- जागरण डॉट कॉम