विरोध और दंगों के बावजूद जामिया भारत के शीर्ष 10 संस्थानों में शामिल!

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दिल्ली का जामिया मिलिया इस्लामिया, हाल ही में सीओवीआईडी ​​-19 महामारी के प्रकोप के बाद बड़े पैमाने पर राजनीतिक विरोध और झड़पों के साक्षी होने के बावजूद, भारत में शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में स्थान पाने के बाद अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखने में सफल रहा है, वह भी पहली बार।

 

 

 

मानव संसाधन और विकास (HRD) मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा गुरुवार को पहली बार मानव संसाधन विकास मंत्रालय की राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) इंडिया रैंकिंग रिपोर्ट 2020 के शीर्ष 10 में स्थान हासिल किया गया।

 

भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, साल 2020 के जारी नेचर इंडेक्स में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अपनी उपलब्धियों के चलते उत्तर भारत के शीर्ष 10 तथा सूबे के 4 यूनिवर्सिटियों में शामिल हो गई है।

 

उक्त रिसर्च आधारित इंडेक्स में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है।

 

इसी तरह से भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू को दूसरा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई को तीसरा तथा होमी भाभा नेशनल इंस्टीट्यूट, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास को चौथा स्थान मिला है।

 

इसके अलावा उत्तर भारत के ऐसे शिक्षण कम रिसर्च संस्थानों में दिल्ली यूनिवर्सिटी, आईआईटी दिल्ली, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी दिल्ली, जामिया मिलिया इस्लामिया, आईआईटी मंडी हिमाचल प्रदेश आदि की लिस्ट में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी को भी स्थान मिला है।

 

सूबे की बात करें तो आईआईटी मोहाली, आईआईटी रोपड़ तथा पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की फेहरिस्त में जीएनडीयू का नाम भी शामिल है।

 

यूनिवर्सिटी प्रवक्ता के मुताबिक इसका श्रेय वीसी डॉ. जसपाल सिंह संधू को जाता है। उनके सफल मार्गदर्शन में यूनिवर्सिटी ने जहां पठन-पाठन, पर्यावरण पर बेहतर काम किया वहीं विविध पहलुओं पर हुए शोध को भी बुलंदी दी। प्रो. संधू ने इसका श्रेय स्टाफ तथा सहयोगियों को दिया और मुबारकबाद भेंट की है।