क्या धोनी को संन्यास लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है?

   

लगातार आलोचना जारी है। इस बीच एक धड़ा ऐसा भी है जो उन्हें संन्यास लेने की मुफ्त सलाह दे रहा है तो ऐसे लोगों की भी कमी नहीं जो पूर्व भारतीय कप्तान पर दबाव डालने की बजाए उनके योगदान का सम्मान करते हुए उन्हें खुद फैसला लेने देने की बात कर रहे हैं।

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया है कि पूरे वर्ल्ड कप में धोनी की धीमी बल्लेबाजी को देखते हुए मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद जल्द ही उनसे बात करेंगे। हालांकि उन्होंने इशरों ही इशारों में यह संकेत दे दिए हैं कि अब धोनी को टीम से बाहर करने का समय आ गया है।

रिपोर्ट में बीसीसीआई से जुड़े विश्वस्त सूत्रों के हवाले से कहा गया है, ‘हम (बोर्ड अधिकारी) इस बात से हैरान हैं धोनी ने अब तक ऐसा नहीं किया है। ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ी उनकी जगह लेने का इंतजार कर रहे हैं।

जैसा कि हमने विश्व कप में देखा धोनी अब आक्रामक बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं। नंबर 6 या 7 पर उतरने के बावजूद वह रन को बढ़ाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं, जो टीम के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है।’

रिपोर्ट में लिखा गया है कि धोनी की धीमी बल्लेबाजी को देखते हुए ही उन्हें वेस्ट इंडीज दौरे से बाहर किया गया है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि 2020 के टी-20 विश्व कप में चयनकर्ता उन्हें टीम में शामिल करेंगेष ऐसे में यह सही समय है कि धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से खुद संन्यास ले लें।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, धोनी के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हासिल करने के लिए अब कुछ नहीं बचा है. उन्हें जो कुछ भी हासिल करना था वह कर चुके हैं, इसलिए उन्हें नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए

बहरहाल, विश्व कप में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन न कर पाने की वजह से धोनी की आलोचना करने वालों को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारतीय क्रिकेट में धोनी का बेमिसाल योगदान रहा है। इसे अल्फाज में बयान करना मुश्किल है।