बजरंग दल पर बयान देने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी आपको धार्मिक कट्टरवाद के जरिए राष्ट्रवाद के विचार पर गर्व क्यों नहीं है और नाथूराम गोडसे को स्वतंत्रता सेनानी क्यों नहीं घोषित किया जाना चाहिए।
https://twitter.com/aginner_/status/1180764900928344064?s=19
दिग्गी राजा ने आगे कहा कि अपने भक्तों के जैसे हिम्मत दिखाइए, जिन्हें आप सोशल मीडिया पर फॉलो कर रहे हैं, वे लोग खुलेआम गोडसे का समर्थन कर रहे हैं।
अब बताइये आएसआई से पैसा ले कर पाकिस्तान के लिये जासूसी करना देशद्रोह है या नहीं? मैं इस प्रकरण में उन सभी देशद्रोहीयों की ज़मानत निरस्त कर सज़ा दिलवाने का सतत प्रयास करूँगा। यदि भाजपा/विहिप को उन देशद्रोहीयों से सहानुभूति है तो वे उनकी खुल कर पैरवी करें।
“भारत माता की जय”
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 7, 2019
दिग्विजय सिंह ने फीलिप जकारिया के ट्वीट का जिक्र करते हुए अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि 3 लोगों पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। पहला, वो धार्मिक नेता जो आपको बताता है कि कैसे मतदान करना है।
जिस सीबीआई पर यूपीए शासन काल में भाजपा/विहिप को भरोसा नहीं था मोदी राज्य में उन पर अटूट विश्वास क्यों हो गया? इसी प्रकरण में भाजपा शासन काल में यह प्रकरण दर्ज हुआ था भाजपा व बजरंग दल के १५ पदाधिकारी गिरफ़्तार हुए थे । https://t.co/iRtO4oHtqc
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 7, 2019
एक राजनेता जो आपको बताता है कि कैसे प्रार्थना करनी हैह तीसरा, एक NRI जो आपको देशभक्ति के बारे में बताता है। हालांकि ट्विटर ने इस ट्वीट को ब्लॉक कर दिया है। इस ट्वीट में ऐसा आपत्तिजनक क्या लिखा गया था?
इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि वे हेडगेवार, गोवलकर, सावरकर की जयंती को धूमधाम के साथ क्यों नहीं मनाते हैं? वे अपनी विचारधारा को क्यों छिपा रहे हैं, RSS के जन्म के बाद स्वतंत्रता आंदोलन में उसकी क्या भूमिका थी?