दिशा रवि ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जानिए, क्यों?

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किसानों के आंदोलन को विश्वस्तर पर फैलाने के लिए बनाए गए गूगल टूल किट केस में आरोपी दिशा रवि ने आज दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने एक याचिका दायर करते हुए दिल्ली पुलिस को यह निर्देश देने की अपील की है कि वह जांच सामग्री मीडिया में लीक न करे।

दिशा ने अपनी याचिका में पुलिस को यह निर्देश देने की अपील की है कि पुलिस जांच तो करे लेकिन उनकी प्राइवेट चैट और बातों को किसी भी तीसरे पक्ष जिसमें मीडिया भी शामिल है, उससे शेयर न करें।

दिशा रवि ने यह याचिका उस वक्त की है जब पुलिस जांच की कई बातें, दिशा के ग्रेटा थनबर्ग समेत कई लोगों से चैट के कंटेंट मीडिया में सामने आ रहे हैं। यहां उन्होंने अपनी निजता का हवाला देते हुए यह याचिका डाली है।

टूलकिट मामले की जांच आगे बढ़ने के क्रम में हर रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस को पता चला है कि 20 जनवरी को टूलकिट का ड्राफ्ट फाइनल हो गया था।

23 जनवरी को ड्राफ्ट की फाइनल कॉपी निकिता के पास आई थी। इससे पहले कई बार जूम पर इन लोगों ने मीटिंग की थी।

बुधवार को पुलिस ने मैरिना पेटरसन नामक एक महिला के नाम का खुलासा किया। युनाइटेड किंगडम में रहने वाली यह महिला पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन से जुड़ी हुई है।

टूलकिट ड्राफ्ट कराने में इसकी भी भूमिका सामने आई है।वहीं, एक अन्य महिला थिलाका का भी नाम सामने आया है। वह एक्सआर नामक एनजीओ से जुड़ी होने के अलावा पीजेएफ की पुनीत की करीबी है।

जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि सभी एक-दूसरे से वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) के प्रोटोन, टेलीग्राम और सिग्नल के जरिये ही जुड़ते थे। कुछ मामलों में इनके व्हाट्सऐप से चैट का भी पता चला है।