प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद रविवार को प्रात: सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू के दौरान कानपुर व पीलीभीत के शीर्ष अधिकारियों ने बड़ी लापरवाही की।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, शाम को पांच बजते ही पीलीभीत व कानपुर के डीएम तथा एसी सड़कों पर उतरे और हूजूम के साथ घंटा तथा शंख बजाते रहे। इस प्रकरण का वीडियो वायरल होने के बाद अब यह सभी सफाई देते फिर रहे हैं।
इनकी बड़ी लापरवाही के कारण हजारों लोगों में संक्रमण का खतरा बन गया है। इनके इस कृत्य पर सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से कड़ा एक्शन तय माना जा रहा है। फिलहाल कानपुर तथा पीलीभीत में 25 मार्च तक लॉकडाउन है।
DM Pilibhit Vaibhav Srivastava and SP Pilibhit Abhishek Dixit leading from the front in the fight against Corona 🙄
— Srivatsa (@srivatsayb) March 22, 2020
जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार को शाम पांच बजे के बाद पीलीभीत तथा कानपुर के जिलाधिकारी तथा एसपी/एसएसपी अपने मातहतों के हूजूम के साथ सड़कों पर उतर कर घंटा तथा शंख बजाकर टहलने लगे।
इन दोनों जिलों के शीर्ष अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इनका वीडियो वायरल हो रहा है। फिलहाल दोनों जिलों में तीन दिन का लॉकडाउन चल रहा है।
Meanwhile, SP, DM of #pilibhit cheering as people come out to support PM’s call. 1/2 of them think ताली will fight #CoronavirusPandemic, the other 1/2 following what 1st 1/2 is doing! How can we expect mitigation strategies to succeed when leaders not following social distancing? pic.twitter.com/fcUnQayOza
— Jayant Singh (@jayantrld) March 22, 2020
पीलीभीत व कानपुर के जिलाधिकारी रविवार शाम को पांच बजे कोरोना वारियर्स के सम्मान में ताली और घंटी बजाने के लिए पुलिस बल और आम लोगों के साथ सड़कों पर घूमने लगे।
पीलीभीत डीएम वैभव श्रीवास्तव ने लोगों के साथ सड़कों पर मार्च करते हुए घंटी बजाई। कानपुर डीएम डॉक्टर ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी अनंतदेव तिवारी पुलिस बल के साथ घंटी और ताली बजाते नजर आए। इन सभी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।
दोनों ही अधिकारियों ने जनता कर्फ्यू के उस उद्देश्य की अनदेखी की जिसमें लोगों के जमावड़े को रोकते हुए सोशल दूरी बनानी थी। वायरल वीडियो में दोनों डीएम अपने मातहतों व आमजनों के साथ सड़कों पर तालियां और घंटियां बजाते नजर आए।
अब तो बड़ा सवाल यह है कि जिन अधिकारियों पर ही लॉकडाउन को लागू करवाने की जिम्मेदारी है अगर वे खुद ही नियमों की धज्जियां उड़ाएंगे तो आमजन का क्या होगा।
दोनों ही वीडियो में एक बात तो साफ है कि कानपुर व पीलीभीत डीएम ने जनता कर्फ्यू के दौरान जिस नियमों और निर्देशों का पालन करना था उसे नहीं किया।
वह भी तब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बात को लेकर बेहद गंभीर हैं कि कोरोनावायरस को किसी भी स्थिति में हलके में नहीं लेना है। इसे स्टेज टू से स्टेज थ्री में जाने से रोकना है।
पीलीभीत पुलिस ने बाद में स्पष्ट किया कि अधिकारियों ने कर्फ्यू की अवहेलना नहीं की। इस वायरल वीडियो में पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित एक शंख बजाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
जिला मजिस्ट्रेट वैभव श्रीवास्तव एक स्टील की प्लेट को ताली बजाते हुए मार्च कर रह हैं। इनके साथ कुछ बच्चे भी भीड़ का हैं। पुलिस ने पहले ट्वीट किया था कि अधिकारी पूरे शहर में 14 घंटे के तालाबंदी का जायजा लेने वाले थे।
इसके बाद में ट्वीट में, पीलीभीत पुलिस ने स्पष्ट किया कि स्थानीय लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने से बचने के लिए मार्च निकालने के लिए मार्च किया गया था।
जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कर्फ्यू को टालने की कोशिश नहीं कर रहे थे। कुछ लोग अपने घरों (सड़कों पर) से बाहर निकल रहे थे, इसलिए उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया। बल प्रयोग करना उचित नहीं था।