भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है। इस वायरस से अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, 8 लाख से ज्यादा लोग इस जानलेवा वायरस से संक्रमित है। लॉकडाउन के चलते जहां लोग अपने घरों में कैद है। वहीं, डॉक्टर्स व पुलिस कोरोना को हराने के लिए दिन रात लड़ रहे है। इस समय डॉक्टर्स अपनों को भूलकर अजनबियों की सेवाओं में जुटे है। इसका उदाहरण है 23 वर्षीय डॉक्टर शिफा मुहम्मद। जिन्होंने कोरोना के खतरे को देखते हुए अपनी शादी टालते हुए मरीजों के इलाज में जुटी हुई है।
29 मार्च को होनी थी शादी, बोलीं- मरीज इंतजार नहीं कर सकते
केरल की रहने वाली 23 वर्षीय शिफा मुहम्मद की 29 मार्च को शादी होनी थी। शादी की लगभग तैयारी भी हो चुकी थी। इसी बीच कुछ दिनों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उनकी ड्यूटी परियारम मेडिकल कॉलेज, कन्नूर के आइसोलेशन वार्ड में लगा दी गई। इस समय शिफा लगातार ड्यूटी कर रही है। मरीजों की स्थिति को देखते हुए उन्होंने छुट्टी लेना उचित नहीं समझा और अपनी शादी स्थगित कर दी। शिफा का कहना है कि शादी के लिए इंतजार किया जा सकता है, लेकिन इस समय मेरे मरीज इंतजार नहीं कर सकते। उनका कहना है कि इस समय कोरोना से लड़ना बड़ी चुनौती है। ऐसे में वह अपना पूरा ध्यान उसी पर लगाना चाहती है।
शिफा के फैसले से खुश हुए परिजन
जब शिफा ने अपने मंगेतर और परिवार को शादी टालने की बात कही तो वो भी राजी हो गए। शिफा के पिता ने कहा कि एनवक्त पर शादी टालना मुश्किल होता है। लेकिन, मेरी बेटी ने समाज हित के लिए जो फैसला लिया है उससे बहुत खुशी है। शिफा के मंगेतर ने भी उसके फैसले पर खुशी जताई है।