कोविड-19 की दुसरी लहर के लिए मोदी और चुनाव आयोग जिम्मेदार- ममता बनर्जी

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कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को एक बार फिर बरसते हुए कहा कि दूसरी लहर के लिए पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग जिम्मेदार है।

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने चुनाव आयोग पर लक्ष्मण रेखा लांघने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आठ चरणों में चुनाव कराए जाने के आयोग के फैसले के खिलाफ चुनाव के बाद सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ में अपील करेगी।

ममता ने साथ ही दावा किया कि चुनाव आयोग और भाजपा के पक्षपात रवैये के बावजूद तृणमूल कांग्रेस 200 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेगी।

ममता ने इस दिन एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते ये बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कोरोना की दूसरी लहर के लिए सोमवार को चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराए जाने के मद्रास हाई कोर्ट के फैसले का भी स्वागत किया।

ममता ने एक बार फिर पीएम मोदी पर कोरोना की वैक्सीन विदेशों में भेजने का आरोप लगाया। उन्होंने पीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत आत्मनिर्भर कोरोना हो गया है। साथ ही दावा किया कि हमारी ऑक्सीजन उत्तर प्रदेश को भेज दी गई।

ममता ने कहा- वह चुनाव आयोग पर सवाल नहीं उठाना चाहती हैं। लेकिन कोरोना बढ़ाने के लिए नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग दोनों ही जिम्मेदार हैं।

उन्होंने सवाल किया कि क्यों बंगाल में तीन लाख लोगों (केंद्रीय बलों) को रख दिया गया है? बाहर से पुलिस लाया गया है। बंगाल की पुलिस पर विश्वास नहीं है। ये सभी भाजपा के समर्थक हैं।

रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों को यहां बैठा दिया गया है। यदि प्रजातंत्र को बचाना है, तो इस बारे में सोचना होगा कि क्या तीन रिटायर्ड पुलिस अधिकारी चुनाव आयोग को संचालित कर सकते हैं? ममता ने कहा कि नरेंद्र मोदी और आयोग का जवाब देना होगा। इतनी बड़ी संख्या में केंद्रीय बल की यहां क्या जरूरत है?

उन्होंने साथ ही दावा किया कि यदि आप टेस्ट करेंगे, तो चुनाव ड्यूटी के लिए यहां आए 75 फीसद केंद्रीय बल के कर्मियों को कोविड संक्रमित पाया जाएगा।

ममता ने कहा कि चुनाव आयोग ने पूरी तरह से अपनी विश्वासनीयता खो दी है।आयोग पूरी तरह से भाजपा का प्रवक्ता बन गया है।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग कुछ भी नहीं देख रहा है। ममता ने साथ ही आरोप लगाया कि कोविड के लिए केंद्र पैसा नहीं दे रहा है, लेकिन चुनाव के लिए करोड़ों रुपये खर्चा किया जा रहा है।