मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी की हत्या की गई है- एर्दोगन

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तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोगान ने कहा है कि मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी की मौत प्राकृतिक रूप से नहीं हुई है, बल्कि उनकी हत्या की गई है।

मंगलवार को इस्तांबुल में जनाज़े की अनुपस्थित में अदा की गई नमाज़े जनाज़ा में भाग लेने के बाद तुर्क राष्ट्रपति ने कहा, मुर्सी लोकतांत्रिक रूप से राष्ट्रपति बने थे, लेकिन पश्चिम के लिए यह असहनीय था और यूरोपीय संघ जो मौत की सज़ा के विरोध का दावा करता है, अब्दुल फ़त्ताह सीसी के साथ इस हत्या और अत्याचार में शामिल है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, मिस्र के राष्ट्रपति सीसी द्वारा 50 लोगों की मौत की सज़ा की पुष्टि की निंदा करते हुए अर्दोगान ने कहा, मिस्री युवाओं की फांसी पर विश्व समुदाय ने मौन धारण कर लिया है। सोमवार को मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी अदालती कार्यवाही के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े थे, जिसके बाद उनका निधन हो गया।

67 वर्षीय मुर्सी मिस्र की राजधानी क़ाहिरा की एक अदालत में पेश हुए थे, जहां बेहोशी के बाद उनका निधन हो गया। इससे पहले जज के सामने उन्होंने 20 मिनट तक बात की उसके बाद वे बहुत थके हुए लगने लगे और बेहोश हो गए थे।

मोहम्मद मुर्सी मिस्र के पूर्व तानाशाह होसनी मुबारक के ख़िलाफ़ जन क्रांति के बाद 2012 में लोकतांत्रिक रूप से देश के पहले राष्ट्रपति चुने गए थे। हालांकि जुलाई 2013 में विशाल प्रदर्शनों के बाद सेना ने उनका तख़्ता पलट दिया।

मुस्लिम ब्रदरहुड संगठन से संबंध रखने वाले मुर्सी अपने चार साल के कार्यकाल में सिर्फ़ एक साल के लिए ही पद पर रहे। उनके ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोधी संगठन “हमास के साथ सहयोग” करने और जासूसी जैसे आरोपों में मुक़दमला चल रहा था।