तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने पश्चिमी देशों की आलोचना करते हुए सीरिया में कुर्द लड़ाकों के विरुद्ध तुर्की के सैन्य आप्रेशन में सहयोग न करने पर उन पर आतंकवादियों का साथ देने का आरोप लगाया है।
The leaders of Turkey and Russia are set to meet at the Black Sea resort of Sochi, an opportunity for both of them to consolidate their gains in Syria in the wake of President Trump’s withdrawal of US troops https://t.co/QoN6rWvJtg
— The New York Times (@nytimes) October 22, 2019
नाटो देशों पर लगाया आरोप
एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार इस्तांबोल में उनका कहना था कि क्या आप सोच सकते हैं कि नाटो के सदस्य देश और यूरोपीय संघ के देशों सहित समस्त पश्चिमी देश आतंकवादियों के साथ हैं और हम पर हमला कर रहे हैं।
#BREAKING Turkey's Erdogan says will discuss Kurdish pullout from Syria regime areas with Putin pic.twitter.com/0xi5jh7GWg
— AFP News Agency (@AFP) October 22, 2019
आतंकीयों का सा देने का इल्ज़ाम लगाया
उन्होंने सवाल किया कि आपने आतंकवादियों का साथ देना कब से शुरु कर दिया, क्या सीरियाई कुर्द सेना (पीवाईडी, वाईपीजी) नैटो में शामिल हो गयी है और हमें पता तक नहीं चला?
Erdogan was FURIOUS at Iran statements against Turkish incursion in Syria:
• I condemn them. Saddening, troubling. They aren’t coming from Rouhani. Other Iranians are responsible
• Does [Astana] partners betray each other like that? This is wrong pic.twitter.com/cTS5meIP7c— Ragıp Soylu (@ragipsoylu) October 22, 2019
किसी देश की जमीन पर नज़र नहीं
रजब तैयब अर्दोग़ान ने क्षेत्र पर क़ब्ज़ा करने के इरादे के आरोपों को रद्द करते हुए कहा था कि तुर्की की किसी देश की ज़मीन पर कोई नज़र नहीं है, हम इस प्रकार के आरोपों को अपना सबसे बड़ा अपमान समझते हैं।
अमेरिका से हो चुकी है समझौता
तुर्की ने अमरीकी उप राष्ट्रपति माइक पेन्स के साथ समझौते के बाद 120 घंटों के लिए सैन्य आप्रेशन रोकने की घोषणा कर रखी है। समझौते के अंतर्गत लड़ाकुओं को सीमावर्ती इलाक़ों में “सेफ़ज़ोन” की स्थापना के लिए क्षेत्र ख़ाली करने का मौक़ा दिया गया है।