तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि उनका देश उत्तरी सीरिया के कथित कुर्द चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं रोकेगा।
उत्तरी सीरिया में जारी सैन्य हमलों और नागरिकों को निशाना बनाए जाने की आशंका के बीच जहां ट्रम्प प्रशासन ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है तो वहीं तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि उनका देश उत्तरी सीरिया के कथित कुर्द चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं रोकेगा।
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साथ ही, राष्ट्रपति ने (कार्रवाई रोकने की)अन्य देशों की मांग को ‘धमकी’ करार देते हुए उसे सिरे से खारिज कर दिया। दूसरी तरफ अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नुशिन ने पत्रकारों से कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक नये शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, जिससे वित्त मंत्रालय को बेहद महत्वपूर्ण नए प्रतिबंध अधिकार मिल सकते हैं और जिससे तुर्की सरकार से जुड़े किसी भी व्यक्ति को निशाना बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘ये प्रतिबंध प्रत्यक्ष या परोक्ष दोनों होंगे।’’
No it is not! YPG is a terrorist organisation and the US being allies with then does not change the truth! #OperationPeaceSpring pic.twitter.com/ZNrXzSE7m4
— BB (@BettyAusTR) October 12, 2019
इंडिया टीवी न्यूज डॉट कॉम के अनुसार, म्नुशिन ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति जारी सैन्य हमलों और नागरिकों, बुनियादी ढांचों, नस्ली या धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की आशंका को लेकर चिंतित हैं। साथ ही राष्ट्रपति यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यह भी जरूरी है कि तुर्की आईएस के एक भी लड़ाके को बचकर न निकलने दे।’’
हालांकि मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि तुर्की पर फिलहाल कोई प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अभी फिल्हाल, हम कोई प्रतिबंध नहीं लगा रहे हैं।
लेकिन जैसा कि राष्ट्रपति ने कहा है वह निरंतर प्रयासों के आधार पर बहुत महत्वपूर्ण अधिकार प्रदान करेंगे।’’ वित्त मंत्री ने कहा कि वे प्रतिबंधों की आशंका को लेकर सावधान रहने के लिए वित्तीय संस्थानों को आगाह कर चुके हैं।