दिल्ली-एनसीआर के इलाके में रविवार की देर शाम बरसात हुई। इससे मौसम के तापमान और प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, हालांकि मौसम विभाग ने पहले ही ये अनुमान जताया था कि दीवाली के अगले दिन दिल्ली-एनसीआर के इलाके में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
इससे मौसम के तापमान में गिरावट होगी और वातावरण में फैले धूल के महीन कणों में भी गिरावट दर्ज की जाएगी।
विभाग का अनुमान सही साबित हुआ। दीवाली के अगले दिन यानि 15 नवंबर की सुबह आसमान में धुंध छाई हुई थी।
मगर शाम को हुई बरसात ने आसमान में छाई धुंध को साफ कर दिया और तापमान में भी गिरावट की। एनसीआर के भी कई हिस्सों में तेज बारिश हुई।
सोनीपत में तो बरसात के साथ ओले भी गिरे। तेज हवाओं के साथ हुई बरसात के साथ क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हुई है।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर कई दिनों से गंभीर श्रेणी में ही बना हुआ था। ज्यादातर इलाके रेड जोन में थे। दीपावली पर दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े, जिससे वायु प्रदूषण में इजाफा हुआ है।
दिल्ली के ज्यातादर इलाकों में वायु गुणवत्ता स्तर 500 के करीब पहुंच गया था। आलम ये था कि रविवार की सुबह चारों ओर धुंध ही दिखाई दे रही थी। जिसे शाम को हुआ बरसात ने कुछ हद तक साफ कर दिया।
शनिवार सुबह से वायु गुणवत्ता स्तर 400 के पार चला हुआ था। माना जा रहा है कि शनिवार की रात को यह 500 तक भी पहुंच सकता है। वहीं, मौसमी उतार-चढ़ाव के बीच अगले दो दिन दिल्ली-एनसीआर को पराली के धुएं से राहत मिलेगी।
स्काईमेट वेदर का कहना था कि शनिवार और रविवार को हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिमी या दक्षिण-पूर्वी रहेगी। इसके साथ पराली का धुआं नहीं आएगा। ऐसे में पिछले सालों की तुलना में इस दीपावली के बाद प्रदूषण थोड़ा कम रहने के आसार हैं।