चार ऐसे राज्य जहां मोदी लहर हुआ फेल, इन राज्यों में बीजेपी का खाता भी नहीं खुल सका!

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नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में एनडीए ने जोरदार प्रदर्शन किया है. एनडीए 350 के करीब पहुंच गई और अब बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. हालांकि इस मोदी लहर में बीजेपी ने कई राज्यों की सभी सीटों पर जीत हासिल की है और विपक्ष का खाता भी नहीं खुल सका। लेकिन चार ऐसे राज्य भी हैं जहां मोदी लहर फेल हो गई। इन राज्यों में बीजेपी का खाता तक नहीं खुल सका। इन चार राज्यों में से एक केंद्र शासित प्रदेश भी है। केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुदुच्चेरी के मतदाता को भाजपा अपनी ओर खींच पाने में नाकामयाब रही है।

बात करें ओडिशा की तो वहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुए. इसमें बीजद को कुल 147 में से 112 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है. भाजपा 23 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है और कांग्रेस 9 पर है. इसके साथ ही पटनायक पांचवीं बार ओडिशा के सीएम के रूप में शपथ लेने को तैयार हैं. बीजेपी की जीत के बाद पार्टी हेडक्वाटर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव में 17 राज्यों में बीजेपी का वोट शेयर 50 फीसदी रहा। अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश में हमें 50 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल हुए हैं.

बीजेपी ने अपने दम पर 302 सीटें जीती हैं तो वहीं बीजेपी की अगुआई वाले ने एनडीए 352 सीटों पर जीत हासिल की। 2014 की तरह 2019 लोकसभा चुनाव में अपने अकेले के दम पर बहुमत हासिल किया है। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन के बावजूद पार्टी ने राज्य की 80 सीटों में से बीजेपी के खाते में 62 सीटें आईं जबकि बीएसपी को 10 और एसपी को 5 लोकसभा सीटें मिलीं हैं। आरएलडी के खाते में एक भी सीट नहीं गई।

वहीं बात करें पश्चिम बंगाल की तो बीजेपी ने यहां 18 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं कांग्रेस देशभर में उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी। कांग्रेस के अगुआई वाले यूपीए को महज 87 सीटें ही हासिल हुई हैं। वहीं अन्य को 103 सीटें। ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत हासिल की है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अगुवाई वाले बीजू जनता दल ने शेष 13 जीतीं, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है.

दस राज्य ऐसे हैं जहां भारतीय जनता पार्टी ने सभी सीटों पर कब्जा जमा लिया है, इनमें कुछ केंद्र शासित प्रदेश भी हैं. बड़े राज्यों की बात करें तो इनमें गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड शामिल हैं जिन राज्यों की सभी सीटों पर भाजपा जीत दर्ज कर चुकी है और बाकी दल क्लीन स्वीप हो गए हैं. कांग्रेस (Congress) हो या कोई और पार्टी, इन 10 राज्यों में कोई भी प्रत्याशी जीत दर्ज नहीं कर सका है.

अरुणाचल प्रदेश – इस राज्य में दो लोकसभा सीटें हैं और दोनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत लगभग हासिल कर ली है. बाकी पार्टियां क्लीन स्वीप हो गई हैं.
चंडीगढ़ – इस केंद्र शासित प्रदेश में इकलौती लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ने एक बार फिर से जीत दर्ज की है.
दमन दीव – दमद दीव में भी एक ही लोकसभा सीट है जिसपर भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज कर ली है.
गुजरात – गुजरात में जिन परिणामों की कल्पना की गई थी, भाजपा के लिए असली परिणाम और भी ज़्यादा बेहतर हैं और प्रदेश की सभी 26 लोकसभा सीटों पर पार्टी ने एक बार फिर कब्जा कर लिया है, गुजरात में बाकी सभी पार्टियों का सूपड़ा साफ हो गया है.
हरियाणा – हरियाणा में भाजपा का बोलबाला रहा और प्रदेश की जनता ने सभी 10 सीटें भाजपा की झोली में डाल दी हैं.
हिमाचल प्रदेश – हिमाचल में भी माहौल पूरी तरह भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में रहा और पार्टी ने प्रदेश की सभी 4 लोकसभा सीटों पर दोबारा कब्जा जमा लिया है.
दिल्ली – देश की राजधानी में भी कुल 7 लोकसभा सीटें है और इस बार जनता का मूड आम आदमी पार्टी की तरफ ना होकर भाजपा की तरह रहा, प्रदेश की सभी 7 सीटों पर भाजपा के नेताओं ने दोबारा जीत दर्ज की है.
राजस्थान – प्रदेश में 25 लोकसभा सीटें हैं और इनमें से 24 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से कब्जा किया है, वहीं 25वीं सीट भी भाजपा की ही समर्थक पार्टी आरएलपी ने जीती है, ऐसे में कहा जा सकता है कि भाजपा ने राजस्थान में बाकी पार्टियों को क्लीन स्वीप किया है.
त्रिपुरा – त्रिपुरा में दो लोकसभा सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज कर ली है.
उत्तराखंड – उत्तराखंड में भी भाजपा के अलावा सभी पार्टियां क्लीन स्वीप हो गई हैं और राज्य की सभी 5 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज कर ली है.