G-7 शिखर सम्मेलन में छाया यह मुद्दा!

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फ्रांस के तटीय शहर बिआरित्ज में सोमवार को जी7 शिखर सम्मेलन संपन्न हो गया जिसमें सदस्य देशों के बीच अमेजन के वर्षावन में आग सहित दुनिया के सामने पेश समस्याओं पर चर्चा हुई लेकिन इन सब पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ‘‘कारोबार युद्ध’’ का मुद्दा छाया रहा और इस समूह की एकता पर भी सवाल उठे।

इस सम्मेलन ने शनिवार को तब नाटकीय मोड़ ले लिया जब ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ तेहरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम पर राजनयिक गतिरोध के संबंध में चर्चा करने के लिए बिआरित्ज पहुंचे। जरीफ की यहां मौजूदगी अप्रत्याशित थी और यह फ्रांस की तरफ से ईरान और अमेरिका के बीच जारी तनाव कम करने की कोशिश थी।

साक्षी प्रभा पर छपी खबर के अनुसार, फ्रांस के राजनयिकों ने बताया कि ईरान के विदेश मंत्री ने ट्रंप से मुलाकात नहीं की लेकिन एक जगह दोनों नेताओं की मौजूदगी ने दोनों के बीच नरमी की उम्मीद पैदा कर दी।

इस साल जुलाई में अमेरिकी सरकार ने जरीफ की यात्रा बाधित करने के उद्देश्य से भारी प्रतिबंध लगा दिये थे। अमेरिका में पढ़े-लिखे जरीफ ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों और विदेश मंत्री ज्यां यीव ला द्रयां से मुलाकात की।

उन्होंने ब्रिटेन और जर्मनी के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ आगे का रास्ता बहुत कठिन है लेकिन कोशिश करने के योग्य है।’’फ्रांस के अधिकारियों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति को ईरान के विदेश मंत्री के यहां पहुंचने की जानकारी थी।