फलस्तीन से बेहतर संबंध चाहने वाले गैंट्स बन सकते हैं इज़राइल के नये प्रधानमंत्री!

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इजराइल में चुनाव होने के बाद से ही राजनीतिक संकट जारी है। चुनाव परिणामों में किसी भी दल को बहुमत नहीं है सरकार बनाने के लिए। मगर अब चर्चा है कि गैंट्स सरकार बना सकते हैं।

पकड़ नेतन्याहू से कम नहीं है
पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, इजराइल के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे बेनी गैंट्स का व्यक्तित्व लोकप्रिय और काफी असरदार है। रौबीले गैंट्ज इजरायल के सबसे बड़े सैन्य हीरो के तौर पर भी गिने जाते हैं क्योंकि उन्होंने लेबनान के उस मोर्चे पर इजराइली सेना की अगुवाई की, जो कभी काफी कठिन था।

हिम्मत रखने वाले नेता
यहां से वे लड़ाई को खत्म करके ही निकले। सैन्य अफसर अक्सर उनकी बहादुरी के किस्से बयां करते हैं। उनका मानना है कि गैंट्ज को कठिन से कठिन हालातों में कभी भी विचलित होते नहीं देखा।

रणनीति के माहिर माने जाते हैं
इसी का नतीजा है कि वे जीवन में ज्यादातर मोर्चों पर कामयाब होकर लौटे। आतंकवाद से निपटने में भी उनकी रणनीति की आज भी तारीफ होती है। उन्होंने 1977 में सेना में पैराट्रूपर ब्रिगेड में कॅरियर शुरू किया। खास बात ये है कि 2011 में उन्हें नेतन्याहू की पसंद पर ही सैन्य प्रमुख बनाया गया था।

गैंट्ज 19वें सैन्य प्रमुख थे और इस बीच 19 सैन्य प्रमुखों में सिर्फ तीन ही राजनीति से दूर रहे। 16 सैन्य जनरल राजनीति में कूदे और उनमें दो प्रधानमंत्री बन चुके हैं।

फलस्तीन पर नज़रिया अलग
नेतन्याहू से अलग गैंट्ज फिलिस्तीन के साथ लचीला रवैया चाहते हैं, ताकि देश का हित और सीमाएं सुरक्षित रहें और हिंसा से छुटकारा मिले। गैंट्ज की मां पोलैंड की हैं, जो हिटलर के जुल्मों से बच निकली थीं, जबकि पिता रोमानिया के हैं।