दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में और ऊपर जाने के भारत के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडाणी के सपने को एक मीडिया रिपोर्ट की वजह से गहरा झटका लगा है।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाली कुछ FPIs को लेकर कुछ सवाल उठाए गए थे। इसके बाद ग्रुप की छह लिस्टेड कंपनियों के शेयर बुरी तरह लुढ़क गए।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियों के शेयरों में गिरावट की वजह से 58 वर्षीय उद्योगपति ने इस सप्ताह में नौ बिलियन डॉलर गंवाएं हैं।
ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स के मुताबिक अडानी की कुल संपत्ति घटकर 67.6 बिलियन डॉलर पर रह गई।
उनकी संपत्ति का यह आकलन बुधवार को शेयर बाजार बंद होने तक के आंकड़े पर आधारित है। हालांकि, गुरुवार को भी ग्रुप की कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिली।
कुछ दिनों पहले तक अडाणी सबसे अमीर लोगों की ब्लूमबर्ग की लिस्ट में एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी के बिल्कुल पास पहुंच गए थे।
हालांकि, इस सप्ताह शेयरों के लगातार लुढ़कने से वह इस लिस्ट में फिसलकर 15वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
इस सप्ताह के पहले दिन एक अंग्रेजी दैनिक की एक रिपोर्ट सामने आई कि नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी लिमिटेड ने अडाणी ग्रुप में निवेश करने वाले तीन फॉरेन फंड्स के अकाउंट्स फ्रीज कर दिए हैं।
इसके बाद ही निवेशकों ने बड़े पैमाने पर ग्रुप की कंपनियों के शेयरों की बिकवाली की और अधिकतर शेयरों में लोअर सर्किट लग गया।
उसके बाद अडाणी समूह और फिर NSDL ने यह स्पष्टीकरण दिया कि डिपोजिटरी ने अकाउंट फ्रीज नहीं किए हैं।