ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के भिवंडी में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि मराठाओं की तरह मुस्लिमों को भी आरक्षण मिलना चाहिए।
Give reservation to Muslims in Maharashtra if you're really concerned: Owaisi hits back at Modi over triple talaq https://t.co/NJiDJriDmY
— TOI India (@TOIIndiaNews) October 14, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, ‘अगर आप (पीएम मोदी) ट्रिपल तलाक बिल के बारे में सोचते हैं कि आपने मुस्लिम महिलाओं के साथ न्याय किया है तो यह गलत धारणा है।
A Owaisi in Bhiwandi: If you (PM Modi) think with Triple Talaq Bill you have done justice to Muslim women then this is a wrong perception. If you really want to do justice then on behalf of all Muslims in #Maharashtra I request you to give them reservation like Maratha. (14.10) pic.twitter.com/kXoU3OYiqd
— ANI (@ANI) October 15, 2019
अगर आप वास्तव में न्याय करना चाहते हैं तो महाराष्ट्र में सभी मुसलमानों की ओर से मैं आपसे मराठाओं जैसे आरक्षण देने का अनुरोध करता हूं।’
ओवैसी ने इस दौरान कांग्रेस की आलोचना की और पार्टी को भारतीय मुसलमानों का रक्षक होने का नाटक बंद करने के लिए कहा।ओवैसी ने भिवंडी पश्चिम सीट सेअपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘अगर 70 साल से अधिक समय से मुसलमानों ने भारत में रहना जारी रखा है, तो यह आपकी (कांग्रेस) कृपा के कारण नहीं है, बल्कि संविधान के कारण है।
इसी रैली में ओवैसी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब कोई नाव डूबती है, तो उसका कप्तान सभी को सुरक्षित निकालता है, लेकिन राहुल गांधी एक ऐसे कप्तान हैं जो खुद कांग्रेस की नाव को डूबने के लिए छोड़ गए।
ओवैसी ने आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत कभी भी ‘हिंदू राष्ट्र’ नहीं था और न ही वह और AIMIM इसे एक होने देंगे। ओवैसी ने कहा, ‘भारत एक हिंदू राष्ट्र नहीं है और हम इसे कभी भी ऐसा नहीं होने देंगे, हम इसके सख्त खिलाफ हैं।’
गौरतलब है कि शनिवार को भुवनेश्वर में बुद्धिजीवियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए, भागवत ने कहा था, ‘हम हिंदुओं का देश हैं। हिंदू किसी भाषा, प्रांत या देश का नाम नहीं है, बल्कि एक संस्कृति है, जो भारत में रहने वाले सभी लोगों की विरासत है।’