इस लिस्ट में भारत 102वें नंबर पर है। जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान (94वें), बांग्लादेश (88वें), नेपाल (73वें) और श्रीलंका (66वें) भारत से बेहतर स्थित मेंहैं।
India has been ranked 102 out of 117 countries in terms of severity of hunger.
It has been classified as a country with ‘serious’ levels of hunger according to the 2019 Global Hunger Index.https://t.co/jKYZ5SsoWA
— The Wire (@thewire_in) October 16, 2019
वैश्विक भूख सूचकांक (जीएचआई) ने भुखमरी से जूझ रहे 117 देशों की रिपोर्ट मंगलवार को जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2014 के बाद स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं आया है।
2019 Global Hunger Index is out. India further slips down in rank to 102 . The slide started with PM Modi’s ascension . In 2014 India was ranked 55 . In 2017 it slipped to 100 and in now to the levels of Niger and Sierra Leone. The majority of worlds hungry now resides in India.
— Thomas Isaac (@drthomasisaac) October 15, 2019
इस लिस्ट में भारत 102वें नंबर पर है। जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान (94वें), बांग्लादेश (88वें), नेपाल (73वें) और श्रीलंका (66वें) भारत से बेहतर स्थित मेंहैं।
इस रिपोर्ट को आयरलैंड की कन्सर्न वर्ल्डवाइड और जर्मनी की वेल्थुंगरहिल्फे ने भूख पर रिसर्च किया
भास्कर डॉट कॉम के अनुसार, जीएचआई की 2014 में जारी रिपोर्ट में भारत 76 देशों की लिस्ट में 55वें और 2017 में 119 में से 100वें नंबर पर रहा था। पिछले साल इंडिया 119 देशों की सूची में 103 नंबर पर था।
India ranks 102, behind Pakistan (94), Bangladesh (88), Sri Lanka (66), Nepal (73) and China (25). You'll never hear about a surgical strike on hunger, though, would be so meh https://t.co/zMk9HI45mo
— Debasish Roy Chowdhury (@Planet_Deb) October 15, 2019
यह पीयर-रिव्यूड वार्षिक रिपोर्ट है, जिसे आयरलैंड की कन्सर्न वर्ल्डवाइड और जर्मनी की वेल्थुंगरहिल्फे ने संयुक्त रूप से प्रकाशित किया। इस रिपोर्ट में बेलारूस, बोस्निया एंड हरजेगोविना और बुल्गारिया क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं। वहीं, आखिर में सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक 117वें और यमन 116वें स्थान पर हैं।
जानिए रिपोर्ट को किस आधार पर तैयार किया गया
कम पोषण पांच साल से कम उम्र के बच्चे, जिनका वज़न उम्र के लिहाज़ से कम है (चाइल्ड वेस्टिंग) पांच साल से कम उम्र के बच्चे, जिनकी ऊंचाई उम्र के लिहाज़ से कम है (चाइल्ड स्टंटिंग) पांच साल से कम आयु में शिशु मृत्यु दर
India’s #GlobalHungerIndex ranking, falling steadily since 2014, has now crashed to 102/117.
This ranking reveals a colossal failure in Govt policy and blows the lid off the PM’s hollow “sabka vikas” claim, parroted by Modia. https://t.co/7I5vZLH0XM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 16, 2019
दोनों अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं शोध के जरिए चारों पैमाने पर आकलन के बाद सभी देशों को 0 से 100 तक अंक देती हैं। इसी आधार पर सभी देशों में भुखमरी की स्थिति का अनुमान लगाया जाता है। इस बार रिपोर्ट में भारत को 30.3 अंक मिले, जो भुखमरी की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
https://twitter.com/TheDeshBhakt/status/1184391751278055424?s=19
कांग्रेस नेता ने कसा तंज
इस रिपोर्ट के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार पर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘वैश्विक भूख सूचकांक की रिपोर्ट बताती है कि भारत में भुखमरी की समस्या काफी गंभीर है। फिर भी ज्यादातर लोगों को लगता है कि ‘अच्छे दिन आएंगे’। सवाल है कि कब आएंगे अच्छे दिन? क्या यह तब होगा, जब लोग मरने लगेंगे?’’
युनिसेफ की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में हर तीसरा बच्चा कुपोषित
वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने बच्चों के पोषण पर आधारित एक रिपोर्ट जारी की। इसमें बताया गया है कि दुनिया में 5 साल से कम उम्र के करीब 70 करोड़ बच्चों में एक तिहाई या तो कुपोषित हैं या मोटापे से जूझ रहे हैं। ‘स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स चिल्ड्रन’ नामक रिपोर्ट के मुताबिक इससे आजीवन बच्चों के बीमारियों से ग्रस्त होने का खतरा है।
#वैश्विक भूख रैंकिंग में पाकिस्तान 94वें, बांग्लादेश 88वें, नेपाल 73वें और श्रीलंका 66वें नंबर पर
#इस बार रिपोर्ट में भारत को 100 में से 30.3 अंक मिले, जो भुखमरी की गंभीर स्थिति को दर्शाता है
#2014 की रिपोर्ट में भारत 76 देशों में 55वें और पिछले साल 119 देशों में 103 नंबर पर था