असम में बीजेपी सरकार ने फैसला किया है कि नए कानून के मुताबिक उन लोगों को सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी जिनके दो से अधिक बच्चे हैं। जिसके बाद इस मुद्दे पर ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख और सांसद बदरुद्दीन अजमल ने रविवार को बड़ा बयान दे डाला है।
#Breaking | AIUDF chief Badruddin Ajmal opposes the new policy brought by the Assam Govt that denies Govt jobs to people having more than 2 children.
‘Islam doesn’t believe in such laws’, says Badruddin Ajmal.
TIMES NOW’s Arindam Das & Mohit Bhatt with details. Listen in. pic.twitter.com/rAd6uwDvgw
— TIMES NOW (@TimesNow) October 28, 2019
बदरुद्दीन ने कहा कि इस्लाम सिर्फ दो बच्चे पैदा करने में विश्वास नहीं रखता। जिन्हें इस दुनिया में आना है उन्हें कोई नहीं रोक सकता। नौकरी को लेकर बदरुद्दीन अजमल ने आगे कहा कि हमारे ऊपर कोई पाबंदी नहीं है।
All India United Democratic Front chief Badruddin Ajmal sparks controversy with his statement on #Assam's two-child policy
Watch more videos at https://t.co/NounxnP7mg#ITVideo | @iindrojit pic.twitter.com/3RkwWusXBx— IndiaToday (@IndiaToday) October 28, 2019
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, सरकार वैसे भी हमें कोई नौकरी नहीं दे रही है और हमें सरकार से कोई उम्मीद भी नहीं है। इसलिए मुस्लिमों को जितना हो सके उतने बच्चे पैदा करने चाहिए और उन्हें शिक्षा दी जाए जिससे वह खुद भी तरक्की कर सकें और हिंदुओं को भी नौकरियां दें।
बता दें कि बदरुद्दीन अजमल ने शनिवार को भी इस मुद्दे को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि मुस्लिम बच्चे पैदा करते रहेंगे. वो किसी की नहीं सुनेंगे।
Assam announces fresh job criteria, 2-child norm for Govt. job applicants.
But All India United Democratic Front Chief Maulana Badruddin Ajmal wants Muslims to defy the law.More details by TIMES NOW's Sherine. | #2ChildRuleDebate pic.twitter.com/MQr0mKJZys
— TIMES NOW (@TimesNow) October 28, 2019
गुवाहाटी में बदरुद्दीन अजमल ने शनिवार को कहा कि मैं निजी तौर पर मानता हूं और हमारा धर्म भी यही कहता है कि जो लोग दुनिया में आना चाहते हैं उन्हें आना चाहिए और उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।
असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल की कैबिनेट ने 22 अक्टूबर को यह फैसला लिया है कि जिनके पास दो से ज्यादा बच्चे हैं उन्हें सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। कैबिनेट के फैसले के मुताबिक 1 जनवरी 2021 के बाद से दो से ज्यादा बच्चे वाले लोगों को कोई सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी।
126 सीटों वाली असम विधानसभा ने दो साल पहले जनसंख्या नियंत्रण की नीति अपनाई थी। अब सोनोवाल की सरकार ने यह फैसला लिया है। छोटे परिवारों को प्रोत्साहित करने के लिए असम विधानसभा ने जनसंख्या और महिला सशक्तीकरण नीति को पास किया था।