शाह ने संसद में यह कह कर गलत किया कि फारूक अब्दुल्ला स्वतंत्र हैं…बाद में उन्हें पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का जम्मू कश्मीर के संदर्भ में यह कहना कि पाबंदियां केवल लोगों के दिमाग में है, इत्यादि…इत्यादि सही नहीं है क्योंकि माकपा नेता सीता राम येचुरी और अन्य को वहां जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से गुहार लगानी पड़ी। वहां मोबाइल सेवाएं अब भी बहाल नहीं हुई हैं।
Govt not telling truth on Kashmir: Owaisi https://t.co/LtiI8v4ZzJ
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 1, 2019
ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी को अपने राज्य जाने के लिए उच्चतम न्यायालय से अनुमति लेनी पड़ी इसी प्रकार माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी को अपने पार्टी के बीमार विधायक को देखने जाने के लिए भी उच्चतम न्यायालय जाना पड़ा।
My whole issue during Yakub Memon’s execution was the discretion that the govt exercises. Death penalty in India disproportionately impacts minorities, adivasis & dalits as reported by @P39A_nlud death penalty report
A man who’s convicted of killing a sitting CM will be released https://t.co/tnJkItLSMr
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 30, 2019
साक्षी प्रभा पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा,‘‘तो वह (शाह) जो भी कुछ भी कह रहे हैं,सच्चाई बयां नहीं कर रहे हैं।’’ साथ ही कहा,‘‘ शाह ने संसद में यह कह कर गलत किया कि फारूक अब्दुल्ला स्वतंत्र हैं…बाद में उन्हें पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया।’’
ओवैसी ने कहा,‘‘ अगर वह सच बोल रहे हैं तो कश्मीर में अघोषित आपालकाल क्यों हैं? क्यों वहां सेब बेचने वाला सेब नहीं बेचना चाह रहा? वहां स्कूल क्यों नहीं खुल रहे हैं?