मुसलमानों के लिए सरकारी योजना को घर- घर जाकर बताएगी मोदी सरकार!

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लोकसभा चुनाव में सफलता के बाद बीजेपी सदस्यता अभियान में जुटने जा रही है। इस अभियान में मुस्लिम महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति बनाई गई है। बीजेपी ने कुछ विषयों को लेकर मुस्लिमों के बीच जाने का फैसला किया है।

इन मुद्दों के जरिए उत्तर प्रदेश की मुस्लिम महिलाओं को भरोसा दिलाया जाएगा कि उनकी हितैषी सिर्फ और सिर्फ बीजेपी ही है। सदस्यता अभियान को लेकर हुई बैठक में अल्पसंख्यक, विशेषकर मुस्लिम महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में बीजेपी से जोड़ने के प्रस्ताव पर सहमति बनी है।

डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, बीजेपी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैदर अब्बास चांद ने इस बारे में कहा, “बीजेपी मुस्लिमों के लिए कभी अछूत नहीं रही है। हमने इस समुदाय के लोगों को पार्टी से जोड़ा है। बड़ी संख्या में खुद लोग अब हमसे जुड़ रहे हैं। साथ ही और लोगों को जोड़ने का भी निर्णय लिया गया है।

चांद ने आईएएनएस को बताया, “तीन तलाक का मुद्दा मुस्लिम महिलाओं को बीजेपी के करीब लाने में काफी मददगार साबित हुआ।अन्य राज्यों में भी बीजेपी मुसलमानों को प्रत्याशी बना चुकी है।

इससे इस वर्ग को विश्वास हो गया है कि बीजेपी उनके भविष्य की चिंता कर रही है। लिहाजा हम सदस्यता अभियान के दौरान अपना मुख्य फोकस अल्पसंख्यक, विशेष कर मुस्लिम महिला वर्ग पर रखना चाहते हैं।

चांद ने बताया कि अशिक्षित महिलाओं और तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को जागरूक किया जाएगा और घर-घर जाकर मोदी सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हित में चल रहीं योजनाओं के बारे में लोगों को बताया जाएगा। उन्होंने बताया, “हमने एक जिले में 10 हजार मुस्लिम महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा है।

पूरे प्रदेश में लगभग पांच लाख मुस्लिम महिलाओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। यह अभियान छह जुलाई से चलाया जाना है। मेरे नेतृत्व में एक लाख 35 हजार नये सदस्य बने थे, जिसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं।