झूठा निकला दावा- नाबालिक लड़की के साथ मारपीट एवं छेड़छाड़ का आरोपी नहीं था मुस्लिम !

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देश में आये दिन लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और मारपीट के मामले सामने आ रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले का। जौनपुर जिले के जाफराबाद नामक गांव का वीडियो कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इस वीडियो में 2 लड़के एक नाबालिक लड़की के साथ ज़बरदस्ती मारपीट कर रहे है और उस लड़की के साथ गलत हरकत भी कर रहे थे। यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया भी देने लगे। वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने भी इस पर सज्ञान लिया और कार्यवाही की। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी और पुलिस से आरोपियों पर कार्यवाही करने की मांग की है।

वहीँ सोशल मीडिया प्लेटफार्म Twitter पर इस घट’ना को शेयर करते हुए ये दवा किया जा रहा था कि दोनों युवक मुस्लि’म समुदाय से हैं. ख़ुशी सिंह नाम के एक ट्विटर यूज़र ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, प्योर हॉरर एटलिस्ट 2 पीसफुल बीइंग ए गर्ल वे उसके कप’ड़े को फाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और यह गैं’ग रे’प लोकेशन में खत्म हो सकता है अज्ञात इन 10 वार्डों का पता लगाने में मदद करें कृपया RT को शर्म न करें।

ख़ुशी सिंह ने आरोप लगाया कि 2 शांतिदूत एक लड़की को पी’ट रहे हैं. और उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. यह एक गेंग रे’प की घट’ना हो सकती है.

आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर अक्सर लोग ‘अप’राधी मुस्लि’मों’ को शांतिदूत कहकर पुकारते हैं, ये शब्द आमतौर पर मुस्लि’म समुदाय के लिए सोशल मीडिया पर इस्तेमाल किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शब्द था। सिंह के ट्वीट ने इस लेख को लिखने के समय 300 से अधिक रीट्वीट और लगभग 17,000 बार देखा गया। लेकिन हम इसकी ग्राफिक प्रकृति के कारण यहां वीडियो पोस्ट नहीं कर रहे।

https://twitter.com/suvamverma/status/1145556827775500288

खुशी सिंह नाम के इस ट्विटर अकाउंट से यह पोस्ट मुस्लि’म समुदाय की तरफ इशारा करते हुए किया गया है. आपको बता दें की इस तरह से सोशल मीडिया के द्वारा लोगों की भी’ड़ को अकारण ही किसी के खिलाफ उकसाना भी एक अपराध की श्रेणी में आता है.