क्या हरियाणा में कांग्रेस जीत जायेगी?

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हरियाणा कांग्रेस में एकाएक टिकट के तलबगार बढ़ गए हैं। कांग्रेस की नई प्रदेश अध्यक्ष कु. सैलजा ने चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों से आवेदन मांगे हैं।

जागरण डॉट कॉम के अनुसार, सैलजा ने खुद विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का का एलान कर रखा है। आवेदन करने वाले नेता अब हरियाणा कांग्रेस कमेटी के चंडीगढ़ कार्यालय के चक्कर काट रहे है।

टिकट के लिए आवेदन करने से पहले किसी भी दावेदार का कांग्रेसी होना अनिवार्य है। लिहाजा, इस शर्त को पूरा करने के लिए उन लोगों में कांग्रेसी बनने की होड़ मची रही, जिन्होंने अभी तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तक नहीं ली। उधर, पार्टी के मौजूदा विधायकों के दोबारा चुनावी रण में ताल ठोंकने की पूरी संभावना जताई जा रही है।

हरियाणा में कांग्रेस के मौजूदा 16 विधायक हैं। सोनीपत के राई से विधायक जयतीर्थ दहिया निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को हटाने की मांग को लेकर पूर्व में इस्तीफा दे चुके हैं।

वह तीन मतों से चुनाव जीते थे। 16 विधायकों में 12 हुड्डा समर्थक हैं। पार्टी के हक में माहौल बनाने को हुड्डा और सैलजा की जोड़ी भी फील्ड में उतर चुकी है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में सक्रियता आ गई है, जो कार्यकर्ता अभी तक अपने घरों में बैठे थे, अब वह फील्ड में आकर चुनाव लड़ने की स्थिति में पहुंच गए हैं।

हुड्डा और सैलजा की जोड़ी को काम करने के लिए हालांकि बेहद कम समय मिला है, लेकिन दोनों ने लोकसभावार कार्यकर्ता सम्मेलनों की शुरुआत की है।

फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत और करनाल लोकसभा क्षेत्रों की तीन दर्जन विधानसभा सीटों के कार्यकर्ताओं से हुड्डा और सैलजा की जोड़ी संपर्क साध चुकी है।

हुड्डा के मीडिया सलाहकार सुनील परती के अनुसार 17 सितंबर को कुरुक्षेत्र व अंबाला और 19 सितंबर को हिसार व फतेहाबाद क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होगा।

21 सितंबर को भिवानी-महेंद्रगढ़ व रोहतक लोकसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। हरियाणा कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी का गठन हो चुका है, जिसके चेयेरमैन मधुसूदन मिस्त्री हैं। हुड्डा, सैलजा और गुलाम नबी आजाद को इस कमेटी में रखा गया है।