पीएम मोदी ने कहा कि हमें मिलकर रोहिंग्या शरणार्थियों को समझाना होगा कि उनके हित में यही है कि वे म्यांमार वापस लौट जाएं। पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक वे दूसरे देश में ऐसी स्थितियों में नहीं रह सकते।
#Hasina, #Modi for expediting efforts for sustainable #Rohingya #repatriation… #India #Bangladesh #RohingyaCrisis https://t.co/tI3TrNAXBO
— The Business Standard (@tbsnewsbd) October 5, 2019
भारत ने रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बांग्लादेश से कहा है कि हमें उन्हें यह समझाना होगा कि वह लंबे समय तक किसी दूसरे देश में नहीं रह सकते। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए यह बात कही।
PM @narendramodi and Bangladesh PM #SheikhHasina hold bilateral meeting in Delhi. The leaders have met for the second time in 10 days exemplifying the strength of India-Bangladesh ties.https://t.co/71Gz4FKnnO
— Oneindia News (@Oneindia) October 5, 2019
सरकारी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए बांग्लादेश की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि हमने भी रोहिंग्या शरणार्थियों की सामाजिक-आर्थिक मदद की है और भारत अब तक उन पर 120 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है।
Sheikh Hasina to raise NRC, Rohingya issues tomorrow at meeting with Modi
ThePrint's senior associate editor @NayanimaBasu reportshttps://t.co/balTRFa96h
— ThePrintIndia (@ThePrintIndia) October 4, 2019
पीएम मोदी ने कहा कि हमें मिलकर रोहिंग्या शरणार्थियों को समझाना होगा कि उनके हित में यही है कि वे म्यांमार वापस लौट जाएं। पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक वे दूसरे देश में ऐसी स्थितियों में नहीं रह सकते।
इस दौरान शेख हसीना ने पीएम मोदी को बांग्लादेश की ओर से रोहिंग्या शरणार्थियों को वापसी के लिए राजी करने के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान बांग्लादेश ने एनआरसी के मुद्दे को भी उठाया। इस पर भारत सरकार ने कहा है कि अब भी यह प्रक्रिया चल रही है और देखना होगा कि आगे क्या परिस्थितियां पैदा होती हैं।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया, ‘एनआरसी को लेकर हमने यह बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ऐसा चल रहा है। इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। पहले प्रक्रिया को पूरा होने दीजिए।’
दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान कई समझौते भी हुए। इनमें से एक समझौता भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में बांग्लादेश से एलपीजी के आयात का भी है। इसके अलावा ढाका स्थित रामकृष्ण मिशन में विवेकानंद भवन का भी उद्घाटन किया गया।