राजस्थान के भरतपुर में एक सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला का उपचार धर्म के आधार पर ना किए जाने का मामला धीरे धीरे तूल पकड़ता जा रहा है।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, यह मामला मीडिया में आने के बाद सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बहस छिड़ चुकी है। इसी कड़ी में AIMIM चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी राज्य की गहलोत सरकार पर हमला बोला है।
Listen to this cabinet minister of Rajasthan. One Dr Muneet Walia refused to treat a pregnant woman because she was Muslim. She was told to go to Jaipur. The woman delivered the baby on the way but the newborn has died. Hope this monster masquerading as doctor is arrested! https://t.co/raE7AdnZPx
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) April 4, 2020
ओवैसी ने इस मामले को लेकर कुछ ट्वीट किए हैं। औवैसी ने ट्विटर पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को टैग करते हुए कहा है कि कर्मचारियों को आम अपराधियों के तौर पर दंडित किया जाना चाहिए और उन्हें ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो मिसाल बन जाए।
ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि वे एक मासूम की मौत के लिए कसूरवार हैं। क्या हमें अब स्वास्थ्य सेवा मांगना बंद कर देना चाहिए? मुस्लिम विरोधी घृणा हर दिन नई ऊंचाइयों तक पहुंचती जा रही है और हमारी जिंदगियां निगल रही है।
ओवैसी ने एक अन्य ट्वीट में इस समस्या को लेकर कुछ सवाल भी उठाए हैं।
ओवैसी ने लिखा है कि क्या हिंदुत्व का कट्टरपंथ इतना भयंकर हो गया है क्योंकि इसे सरकार का समर्थन हासिल है या क्योंकि यह समाज के एक बड़े तबके द्वारा गले लगाया गया है? क्या इससे मुकाबला करने के लिए कुछ किया जाएगा?