इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में हाथरस मामले को लेकर 2 जजों की खंडपीठ आज सुनवाई करेगी।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, इस दौरान केवल उन्हीं लोगों को कोर्ट रूम में इजाजत मिलेगी जो इस केस से संबंधित होंगे।
कोर्ट की भाषा में इसे ”इन कैमरा प्रोसीडिंग” कहते हैं। कोर्ट ऐसे मामलों की गम्भीरता को देखते हुए इस तरह के फैसले लेता है जिसमें केस की गोपनीयता बनी रहे और कोर्ट रूम में दर्ज बयानों के बारे में दूसरे लोगों को जानकारी न मालूम हो सके।
हाथरस मामले की सुनवाई दोपहर 2.15 बजे होनी है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के जज न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह ने हाथरस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को कोर्ट में पेश होने का नोटिस जारी किया था।
सुनवाई के दौरान यूपी सरकार की ओर से अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार, हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार और एसपी हाथरस कोर्ट में मौजूद रहेंगे।
विनोद शाही यूपी सरकार का पक्ष रखेंगे. पीड़ित पक्ष की ओर से परिवार के 5 सदस्य कोर्ट रूम में मौजूद रहेंगे।
इससे पहले बीते शनिवार को सीबीआई ने हाथरस केस की जांच एसआईटी से टेकओवर कर ली. केंद्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को गाजियाबाद में केस के मुख्य आरोपी संदीप के खिलाफ धारा 307, 376 डी, 302, एससी/एसटी एक्ट की धारा 3 के तहत केस दर्ज कर लिया।
मामले की जांच सीबीआई लखनऊ यूनिट की गाजियाबाद टीम सीमा पाहूजा के नेतृत्व में करेगी।
रविवार शाम जांच एजेंसी के कुछ अधिकारी हाथरस पहुंचे और स्थानीय पुलिस प्रशासन से केस संबंधित दस्तावेज मांगे। सीबीआई टीम 15 दिन हाथरस में डेरा डालेगी और मामले में अपनी पड़ताल करेगी।